सावन में उमड़ती है श्रद्धालुओं की भीड़.....
नई दिल्ली। इस बार सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू हो रहा है और इसका समापन 31 अगस्त को हो जाएगा। सावन का ये महीना शिवभक्तों के लिए बहुत खास रहने वाला है क्योंकि इस बार सावन 59 दिनों का होगा। श्रद्धालु सावन के इन दो महीनों में 8 सोमवार का व्रत रख सकेंगे। वहीं, सावन का पहले सोमवार का व्रत 10 जुलाई 2023 को रखा जाएगा।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्थान के रूप में अपनी पहचान बनाये हुए है। यहां पर कई प्रमुख मंदिर स्थित हैं जो शहर के आध्यात्मिक माहौल को बढ़ाते हैं। इस मौके पर हम श्रद्धालुओं को दिल्ली के कुछ ऐसे शिव मंदिरों के बारे में बता रहे हैं जहां सावनके महीने में भगवान के जलाभिषेक के लिए भक्तों की भीड़ जुटती है।
भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए सावन के महीने को विशेष महत्व है। इस महीने में देशभर के सभी शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए रोज भक्तों की भीड़ मंदिर में पहुंची है। खासकर सोमवार को भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की लंबी कतारे लगती हैं।
चांदनी चौक का श्री गौरी शंकर मंदिर
चांदनी चौक का गौरी शंकर मंदिर शहर के सबसे पुराने और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। बता दें कि ऐसी मान्यता है कि मंदिर जितना पुराना होगा, उसकी प्रासंगिकता उतनी ही अधिक होगी। सावन के महीने में इस शिव में बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। साथ ही सावन में मंदिर की सजावट भी देखते ही बनती है।
प्राचीन नीली छतरी मंदिर, यमुना बाजार
यमुना बाजार में प्राचीन नीली छतरी शिव मंदिर स्थित है। उस समय के पुजारियों का मानना था कि यह मंदिर महाभारत काल का है। सबसे बड़े पांडव भाई युधिष्ठिर ने मंदिर की स्थापना की। उन्होंने अश्वमेध यज्ञ कराने के लिए पवित्र स्थान की स्थापना की। जैसा कि पुराने सोने के बारे में कहा जाता है वैसे ही मंदिर के बारे में कि मंदिर जितना पुराना होगा, उसकी प्रासंगिकता और विश्वसनीयता उतनी ही अधिक होगी।
मंगल महादेव बिड़ला कानन मंदिर
मंगल महादेव बिड़ला कानन मंदिर में भगवान शिव की 100 फीट ऊंची मूर्ति है। यहां भगवान शिव के अलावा माता पार्वती, कार्तिकेय और अन्य मूर्तियां भी हैं। ये सभी मूर्तियां कांसे से बनाई गई हैं। मंदिर की सुंदरता को देखने और आध्यात्मिक वातावरण में शांति महसूस करने के लिए आप यहां पहुंच सकते हैं।
श्री शिव मंदिर, कालकाजी
कालकाजी मंदिर दिल्ली का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है और शिव मंदिर के लिए भी प्रसिद्ध है। इसे मान्यता के अनुसार माता काली के शिवरूप की स्थापना का स्थान माना जाता है। यहां शिव जी की मूर्ति स्थापित है और यहां भक्त शिव की पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
दूधेश्वर नाथ मंदिर, गाजियाबाद
दूधेश्वर नाथ मंदिर पूरी तरह से भगवान शिव को समर्पित है। इसकी सफेद वास्तुकला को सावन के महीने में खूबसूरती से सजाया जाता है। श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर गाजियाबाद में स्थित एक प्राचीन मंदिर है। यह दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में रहने वाले शिव भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है। पुजारियों का मानना है कि दूधेश्वर नाथ मंदिर में 5000 साल पुराना शिवलिंग है।