नई दिल्ली। नालों की सफाई को लेकर चल रहा काम तय समय-सीमा पर पूरा न हो पाने की वजह से निगम ने इसकी समय-सीमा बढ़ा दी है। मंगलवार को नालों की सफाई की दूसरी समय-सीमा खत्म होने के बाद निगम ने 28 जून तक अब नालों की सफाई का लक्ष्य रखा है।

इससे पहले निगम ने 15 जून समय-सीमा रखी थी और फिर बढ़ाकर 20 जून कर दी थी। निगम के अनुसार बड़े नालों की सफाई का कार्य अभी 32 प्रतिशत अधूरा है जबकि छोटे नालों की सफाई का कार्य 20 प्रतिशत अधूरा है।

अगर, समय रहते बड़े नाले साफ नहीं हुए तो छोटे नालों से जल निकासी बाधित होने पर जलभराव की संभावना है क्योंकि इस माह के अंत तक पूरे देश में मानसून छा जाएगा। हालांकि महापौर डॉ. शैली ओबेराय ने नालों की सफाई को लेकर समीक्षा बैठक के बाद कहा है कि हर हाल में नालों की सफाई का कार्य पूरा हो जाएगा।

महापौर द्वारा ली गई समीक्षा बैठक में महापौर ने निर्देश दए कि दिल्ली को जलभराव से बचाने के लिए जोन स्तर पर गंभीरता से काम किया जाए। सीएम अरविंद केजरीवाल के विजन के तहत एमसीडी दिल्ली वासियों के लिए दिन रात काम कर रही है। इसके सकारात्मक परिणाम जल्द लोगों को देखने को मिलेंगे।

बैठक में महापौर को अधिकारियों ने बताया कि एमसीडी के छोटे नालों से गाद निकाले जाने का कार्य 80 प्रतिशत से अधिक पूरा कर लिया गया है। वहीं, बड़े नालों से गाद निकाले जाने का कार्य लगभग 68 फीसदी पूरा हो गया है।

जलभराव की स्थिति में पानी की निकासी के लिए संवेदनशील स्थानों पर 500 से अधिक पंप लगाए गए हैं।एमसीडी जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

बैठक के दौरान महापौर ने अति संवेदनशील गोकलपुर ड्रेन की गाद निकासी और रानीखेड़ा में जलभराव रोकने के प्रश्न पर अधिकारियों ने अवगत कराया कि पूर्वी दिल्ली के पांच किलोमीटर लंबे गोकलपुर नाले की सफाई का कार्य पूरा हो चुका है।

वहीं रानीखेड़ा को जलभराव से बचाने के लिए पानी को निकाल दिया गया है और वहां पंप लगा दिए गए हैं। इस मानसून में रानीखेड़ा में जलभराव नहीं होगा।

जलभराव वाले 74 संवेदनशील स्थानों को किया चिन्हित

एमसीडी ने करीब 74 स्थानों की पहचान की है जो कि जलभराव के लिहाज से संवेदनशील हैं। इन स्थानों पर जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न एजेंसियों जैसे- डीडीए, पीडब्ल्यूडी और रेलवे के साथ समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है।

निगम के अनुसार 74 जलभराव वाले स्थानों एमसीडी सीमाक्षेत्र में नहीं है। बावजूद इसके निगम ने जलभराव को रोकने के लिए सभी एजेंसियों के साथ समन्वय कर जलभराव रोकने की कोशिश की है।

नालों की सफाई तेज करने के दिए निर्देश

महापौर ने शाहदरा दक्षिण क्षेत्र व शाहदरा उत्तरी क्षेत्र में नालों की सफाई का कार्य तेज करने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा पूर्वी दिल्ली के कस्तूरबा ड्रेन, संजय ड्रेन, नांगलोई निलोठी ड्रेन, तैमूर नगर ड्रेन की सफाई पर विशेष जोर देते हुए इसकी सफाई हर हार में पूरी करने के निर्देश दिए।

महापौर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विभिन्न एजेंसियों के साथ तालमेल बनाकर कार्य करें ताकि वर्षा के दौरान सड़कों और रिहायशी क्षेत्रों में जलभराव ना हो।