जयपुर । नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे 42वें अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला के राजस्थान पवैलियन में जयपुरी रजाईयों को ग्राहकों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है और उनके हल्के वजन, कोमलता एवं गर्माहट की सराहना की जा रही है। राजस्थान मंडप में जयपुरी रजाईयों के स्टॉल संचालक अब्दुल रहुफ ने बताया कि हल्के वजन से तैयार जयपुरी रजाईयों को आगंतुक काफी पसंद कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जयपुरी रजाईयां बनाना बुनकरों का वंशानुगत व्यवसाय है और इसे वे पिछली कई पीढ़ीयों से करते आ रहे हैं। इसे बनाने में घर के बुजुर्गों से लेकर महिलाएं भी अपना पूर्ण योगदान करती हैं। रहुफ ने बताया कि रजाईयों को बनाने के लिए बेहतरीन कच्चा सामग्री का उपयोग किया जाता है, वजन में हल्की होने के बावजूद ये बहुत ही गर्म और आरामदायक होती है। इनको बनाने में उच्च श्रेणी की शुद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण कपास का प्रयोग किया जाता है। साथ ही आधुनिक फैशनेबल एवं राजस्थानी डिजाइनों में इन्हें बनाया जा रहा है जिसे ग्राहकों द्वारा काफी पसंद किया जाता है। उन्होंने बताया कि ग्राहकों के लिये अलग-अलग आकृति और आकार में रजाईयां उपलब्ध हैं। उन्होंने ने बताया कि राजस्थान की शुद्ध कपास से पारंपरिक सांगानेरी हैंड ब्लॉक प्रिंट में विश्व प्रसिद्ध जयपुरी डबल बेड की रजाईयां भी बेची जा रही हैं जो कि दर्शकों द्वारा काफी पसंद की जाती हैं। जयपुरी रजाई अपने कम वजन, कोमलता और गर्मी के लिये विशेष रूप से जानी जाती हैं।उन्होंने बताया कि इसके अलावा फाईवर और बनारसी जरी बॉर्डर पर सुंदर पुष्प डिजाईन और गहरे रंगों की रजाईयां भी बनाई जाती हैं। मंडप में जयपुरी सिल्क के बहुत ही गुणवत्ता के कॅवर भी उपलब्ध है जो कि दर्शकों को काफी पसंद आ रहे हैं।