भोपाल ।  विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए अपने सभी दिग्गज नेताओं को मैदान में उतार दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसकी शुरुआत रीवा से कर दी है। वे 26 जनवरी तक राजगढ़ संसदीय क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों में सम्मेलन करेंगे। इसमें मंडलम, सेक्टर अध्यक्ष, बूथ लेवल एजेंट और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक होगी। इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के भी दौरे होंगे।

घर-घर संपर्क अभियान

उधर, प्रदेश कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारी नियुक्त कर सम्मेलन प्रारंभ किए हैं। इसमें पार्टी के सभी सहयोगी संगठनों को सक्रिय करना, मतदान केंद्रों की टीमों को घर-घर संपर्क अभियान चलाने और लगातार हारने वाले मतदान केंद्रों को चिह्नित करके कमियों को दूर करने के लिए कार्यकर्ताओं को उत्साहित किया जा रहा है।

दरअसल, विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कार्यकर्ता निराश हो गए थे और सभी गतिविधियां ठप हो गई थीं। इसी कड़ी में अब प्रदेश के सभी दिग्गज नेताओं से कहा गया है कि वे दौरे करें। उधर, लोकसभा समन्वयकों की बैठकें भी शुरू हैं। इसमें मुख्य रूप से प्रत्याशी चयन को लेकर स्थानीय नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया जा रहा है।

सभी 29 सीटों के समन्वयक

पार्टी का प्रयास है कि फरवरी में कुछ सीटों के प्रत्याशी घोषित कर दिए जाएं, ताकि उन्हें काम करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाए। प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र सिंह ने सभी 29 सीटों के समन्वयकों से कहा है कि आम सहमति के आधार पर संभावित दावेदार के लिए एक ही नाम प्रस्तावित करें और यदि एक से अधिक नाम दिया जा रहा है तो उसके आधार भी बताए जाएं।