लखनऊ । सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा 3 से 7 नवम्बर तक आयोजित ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 24वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ में प्रतिभाग हेतु 61 देशों के 250 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ आज लखनऊ आ रहे हैं। इन गणमान्य हस्तियों ने कल नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की समाधि ‘राजघाट’ पर श्रद्धासुमन अर्पित किये एवं इसके उपरान्त नई दिल्ली स्थित कॉस्टीट्यूशन क्लब में सम्मेलन का पहला सत्र आयोजित हुआ। मॉरीशस के उप-राष्ट्रपति  मैरी सिरिल बोइसेजोन ने सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में  बोइसेजोन ने कहा कि युद्ध व आतंकवाद से त्रस्त वैश्विक परिस्थितियों में आज विश्व एकता व विश्व शान्ति की महती आवश्यकता है। 
    सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी  हरि ओम शर्मा ने बताया कि ये सभी गणमान्य अतिथि कल 3 नवम्बर को प्रातः 9.00 बजे विशेष विमान से लखनऊ पधार रहे हैं। लखनऊ आगमन पर अमौसी एअरपोर्ट पर इन गणमान्य अतिथियों का स्वागत-अभिनन्दन किया जायेगा। पूर्वान्हः 11.00 बजे यह सभी मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित  एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से मिलेंगे एवं इस ऐतिहासिक सम्मेलन के उद्देश्यों पर वार्ता करेंगे। इन गणमान्य अतिथियों के सम्मान में ‘स्वागत समारोह’ का आयोजन कल 3 नवम्बर, शुक्रवार को सायं 5.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड परिसर में किया गया है। भारत सरकार के कानून एवं न्याय मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार),  अर्जुन राम मेघवाल इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे जबकि लखनऊ की मेयर मती सुषमा खरकवाल विशिष्ट अतिथि होंगी।
शर्मा ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन 4 नवम्बर, शनिवार को प्रातः 9.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में होगा। इस पाँच दिवसीय ऐतिहासिक सम्मेलन में  केशव प्रसाद मौर्य, उप-मुख्यमंत्री, उ.प्र.;  बृजेश पाठक, उप-मुख्यमंत्री, उ.प्र.;  सुरेश खन्ना, वित्तमंत्री, उ.प्र.; ट्यूनीशिया के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता  अब्देसतार बेन मूसा,  क्रोएशिया के पूर्व राष्ट्रपति  स्टीपन मेसिक, किरिबाती रिपब्लिक के पूर्व राष्ट्रपति  तेबुरोरो टीटो, हैती के पूर्व प्रधानामंत्री  जीन-हेनरी सेन्ट, लेसोथो के पूर्व प्रधानमंत्री डा. पकालिथा बी. मोसिलिली, घाना संसद के अध्यक्ष  अल्बान सुमना किंग्सफोर्ड बैगबिन एवं इण्टरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, नीदरलैंड के न्यायाधीश न्यायमूर्ति  लियोनार्डाे ब्रैंट आदि अपनी उपस्थिति दर्ज करायेंगे।