कनाडा में नौकरी दिलाने के बहाने युवक से 14.38 लाख रुपये की साइबर ठगी की गई है। पीड़ित ने सोमवार को कंसल्टेंसी कंपनी चलाने वाले मामा-भांजे समेत चार आरोपियों के खिलाफ सारनाथ के साइबर क्राइम थाने में धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।

चौक थाना क्षेत्र के गोविंदपुर कला निवासी अदील सिद्दिकी के अनुसार, जनवरी 2022 में मोहम्मद इकबाल से मुलाकात हुई थी, जो कंसल्टेंसी कंपनी चलाता है। उसने झांसा दिया कि कनाडा के क्लेवार काॅन्ट्रेस्टिंग इन कारपोरेशन डडस में लीगल मैनेजर का पद खाली है। एलएलबी डिग्रीधारक की जरूरत है। 20 लाख रुपये का इंतजाम हो जाए तो अच्छे वेतन पैकेज पर नौकरी मिल जाएगी। कंपनी का प्रोफाइल भी दिखाया। झांसे में आ गया।

मोहम्मद इकबाल के कहने पर उसके भांजे आमिर मेराज, कंसल्टेंसी कंपनी के एमडी इफ्तेखार अदिल, मैनेजर नकी अली रिजवी, पीआरओ सना आफरीन के विभिन्न बैंक खाते में 14.38 लाख रुपये जमा करा दिए। इस बीच आरोपियों ने वर्चुअल साक्षात्कार लिया और प्रमाणपत्र, पासपोर्ट, पैनकार्ड, आधार कार्ड आदि दस्तावेज की कॉपी ले लिया।

यह विश्वास दिलाते रहे कि जल्द ही नौकरी मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। डेढ़ वर्ष बीत गए। 14 अगस्त 2023 को कन्सलटेंसी फर्म के मैनेजिंग डायरेक्टर इफ्तेखार आदिल को फोन किया तो उसने मेल पर जब ऑफर कागजात, ईएसडीसी, अप्रूवल लेटर व गवर्नमेंट ऑफ कनाडा का एलएमआईए प्रपत्र भेज दिया। उसने आश्वस्त किया कि जॉब नहीं मिलेगी तो पूरा पैसा वापस होगा। बाद में कागजात की जांच हुई तो फर्जी निकला। इस पर इफ्तेखार अदील से 28 अगस्त को संपर्क किया तो वह गाली-गलौज करते हुए धमकी देने लगा। उसने कहा कि अब पैसा वापस नहीं मिलेगा। मेसर्स अल करीमी कन्सल्टेन्सी नाम से जॉब प्लेसमेंट फर्म चलाते हैं, जिसका कार्यालय तेलंगाना के हिमायत में है। जबकि मोहम्मद इकबाल कोलकाता के रफी गार्डेन का निवासी है, जो इस गिरोह का मास्टर माइंड है।