नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम ने बुधवार (26 जून) को हजारीबाग में छापेमारी की. इस दौरान सीबीआई टीम ने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल समेत 10 लोगों को हिरासत में लिया. इनमें 5 इन्विजिलेटर, दो ऑब्जर्वर, एक सेंटर सुपरिंटेंडेंट और एक टोटो चालक शामिल हैं. सीबीआई की टीम अब तक चरही के सीसीएल गेस्ट हाउस में लोगों से पूछताछ कर ही रही है. जानकारी के अनुसार, सीबीआई हिरासत में सभी 9 आरोपियों ने गेस्ट हाउस में ही रात काटी. इसके अलावा सीबीआई टीम बेउर जेल में बंद आरोपी चिंटू और मुजेश से आज पूछताछ करेगी.

जानकारी के मुताबिक, चिंटू के पास ही सबसे पहले नीट का पेपर पीडीएफ फॉर्म में आया था. मुकेश ने अभ्यर्थियों को लर्न प्ले स्कूल एंड होस्टल तक पहुंचाया था. जांच एजेंसी के आवेदन पर चिंटू और मुकेश को 27 जून से 7 दिनों की सीबीआई रिमांड मिली है. बुधवार को सीबीआई आरोपी संजीव मुखिया और सिकंदर के घर पहुंची थी. सीबीआई टीम ने संजीव मुखिया के बारे में उसकी मां से जानकारी ली थी.

संजीव मुखिया का नाम सबसे पहले मामले में गिरफ्तार सिकंदर यादवेंदु ने अपनी गिरफ्तारी के तत्काल बाद पुलिस को बताया था और यह भी कहा था की रॉकी भी इसमें सलिप्त है. इसके साथ ही सिकंदर ने अमित आनंद और नीतीश कुमार की सलिंप्तता बताई थी. पुलिस डायरी के मुताबिक, 5 मई को जब पेपर लीक की सूचना मिली और तत्काल पटना पुलिस ने छापेमारी कर सिकंदर यादवेंदु, अखिलेश कुमार और बिट्टू को पकड़ा. इनकी निशानदेही पर छात्र आयुष को पकड़ा और फिर इनसे पूछताछ की तो संजीव सिंह, रॉकी, अमित आनंद और नीतीश का नाम सामने आया. 6 मई को संजीव मुखिया ने खुद को बीमार बताकर अस्पताल में एडमिट होने का नाटक किया और रॉकी पटना से फरार हो गया.