सीबीआई की टीम ने गोरखपुर एनएचएआई के मैनेजर वीरेंद्र सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके पहले सीबीआई की तरफ से रेलवे के दो बड़े अधिकारियों के ऊपर भी कार्रवाई की जा चुकी है।

दरअसल, सीबीआई की एसीबी टीम ने ये कार्रवाई की है। कुशीनगर के एक धनंजय राय ने सीबीआई के दिए शिकायत में आरोप लगाया था कि एनएचआईए के मैनेजर वीरेंद्र सिंह ने उनसे रिश्वत की मांग की थी। कुशीनगर के तमकुहीराज में उनके आईओसीएल का पेट्रोल पंप स्वीकृत हुआ था।

3 जुलाई 2023 को इसकी कंपनी की तरफ से इसका स्वीकृति मिली थी। एनएचएआई किनारे मेरी जमीन पर स्वीकृति मिलने के बाद मेरी तरफ से विभाग से एनओसी के लिए दिसंबर में आवेदन किया गया था। गोरखपुर एनएचएआई के वीरेंद्र सिंह के पास मेरी फाइल गई थी और उनके द्वारा इसकी स्वीकृति दिए जाने में विलंब किया जा रहा था।

इसके बाद संपर्क करने पर उनकी तरफ से एनओसी दिए जाने पर डेढ़ लाख रुपये घूस की मांग की गई थी। 1 जुलाई 2024 को धनंजय सिंह की तरफ से इसकी शिकायत सीबीआई के एसीबी को की गई थी। संज्ञान लेकर सीबीआई की एसआईबी टीम ने बृहस्पतिवार को पीसी एक्ट 1988 के तहत केस दर्ज किया है।

बृहस्पतिवार को गोरखपुर एनएचएआई दफ्तर लखनऊ सीबीआई की एसीबी टीम आई। अपने साथ दो कर्मचारियों को ले जाने की सूचना है।