भोपाल । मप्र विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की तैयारियां जोरों पर है। इसी कड़ी में बुधवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। बैठक में दूसरी लिस्ट को लेकर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, समिति ने 2018 में हारी 103 सीटों में से 64 सीटों पर दावेदारों के नामों पर चर्चा किया। जानकारी के अनुसार करीब 40 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगा दी गई है। अब दूसरी सूची जल्द जारी हो सकती है।
दरअसल, दिल्ली स्थित कार्यालय में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। इस बैठक में मप्र के साथ ही छत्तीसगढ़ और राजस्थान को लेकर भी चर्चा की गई है। सूत्रों के मुताबिक, समिति ने मप्र की करीब 40 सीटों पर मुहर लगाई है। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, मप्र विधानसभा चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव, सीएम शिवराज सिंह चौहान, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, फग्गन सिंह कुलस्ते मौजूद थे। बता दें कि पिछले चुनाव में हारीं 103 सीटों पर भाजपा पहले उम्मीदवार घोषित कर रही है। पार्टी ने 17 अगस्त को 39 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में सीटों के साथ ही चुनावी रणनीति पर भी चर्चा की गई। दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में बुधवार को तकरीबन पौने दो घंटे केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पिछले चुनाव में हारी हुई शेष बची 64  सीटों पर चर्चा की गई। बताया जाता है की जिन सीटों पर सिंगल नाम थे उस पर सामुहिक सहमति जताई गई। तकरीबन 40 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों पर मोहर लगाई गई। नाम फाइनल करने के पहले विभिन्न पहलुओं पर विचार किया गया। पार्टी के अंदरूनी सर्वे पर भी उन नामों पर सहमति थी। गौरतलब है कि पिछले दिनों दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के आवास पर भाजपा कोर ग्रुप की बैठक हुई थी, जिसमें केंद्रीय मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। बैठक में हारी हुईं 64 सीटों को लेकर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में नेता पुत्रों को भी टिकट देने का मामला सामने आया था, लेकिन तब उस पर निर्णय नहीं हो सका था। केंद्रीय चुनाव समिति ने कोर ग्रुप की बैठक में जिन नामों पर सहमति बनी थी, उसी पर मोहर लगाई है।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में जिन 64 सीटों पर चर्चा की गई उनमें से 24 सीटों पर आम सहमति नहीं बन पाई है। बैठक में ग्वालियर-चंबल और निमाड़-मालवा क्षेत्र की हारी हुई सीटों पर पेंच फंसा रहा। इन सीटों पर केंद्रीय चुनाव समिति में सहमति बनने की उम्मीद थी, किंतु इन पर समिति ने चर्चा ही नहीं की। बैठक में हारी हुई जिन 24 दूसरी सीटों को लेकर भी चर्चा हुई, इनमें से अधिकांश ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की हैं, यहां से एक सीट पर दो से तीन दावेदारों के नाम थे, जिससे उन पर किसी भी तरह की चर्चा नहीं की गई और चुनाव समिति को इन सभी सीटों पर एक बार फिर से नामों को लेकर मंथन करने को कहा गया। सूत्रों का कहना है कि किसी रणनीति के तहत कुछ नामों को बाद रोका भी जा सकता है, लेकिन इनकी संख्या 4 से 5 नामों की होगी। बैठक में तय किया गया है कि विधानसभा चुनाव में पिछली बार पंद्रह हजार से ज्यादा मतों से हारने वाले किसी भी नेता को फिर से टिकट देने पर विचार नहीं किया जाएगा। इस फार्मूले के आधार पर मप्र के कई नेता टिकट की लाइन से बाहर हो गए हैं।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि जिन सीटों पर पेंच फंसा है उन पर अमित शाह की निगरानी में चर्चा होगी। भाजपा चुनाव समिति ने जिन प्रमुख उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाई उनमें मप्र कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के छिन्दवाड़ा जिले की छिन्दवाड़ा शहर विधानसभा सीट शामिल है। यहां से विवेक साहू को टिकट दिया गया है। मुरैना विधानसभा सीट से रघुराज कंसाना को टिकट दिया गया है। कंसाना सिंधिया खेमे के माने जाते हैं।  सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के नेता विपक्ष गोविंद सिंह के खिलाफ भिंड जिले की लहार विधानसभा से अमरीश गुड्डू को टिकट दिया गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की खासम खास इमरती देवी को ग्वालियर जिले की डबरा विधानसभा से टिकट दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, झाबुआ की थांदला विधानसभा सीट से कल सिंह, इंदौर जिले की देपालपुर से मनोज पटेल, छतरपुर जिले की राजनगर सीट से अरविंद पटेरिया, सागर जिले की देवरी सीट से बृज बिहारी पटेरिया, ग्वालियर जिले की भीतरवार विधानसभा सीट से मोहन सिंह राठौर को टिकट दिया गया है। जल्द ही भाजपा उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेगी। आपको बता दें, इससे पहले भाजपा 39 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर चुकी है। मप्र विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा कमजोर सीटों को तरजीह दे रही है और उन पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर रही है। ये वो सीटे हैं, जिन्हें भाजपा पिछले विधानसभा चुनावों में हार गई थी।