दिल्ली में भाजपा का विरोध-प्रदर्शन...
कांग्रेस मुख्यालय के बाहर सैम पित्रोदा की रंग भेदी टिप्पणी के खिलाफ भाजपा ने विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से देशवासियों से माफी मांगने की मांग की।
प्रदर्शन में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए राजकुमार चौहान, नसीब सिंह, अमित मल्लिक, नीरज बसोया समेत कई नेताओं ने हिस्सा लिया और हाथों में कांग्रेस विरोधी तख्ती लेकर कांग्रेस पार्टी के खिलाफ नारेबाजी की।
इस मौके पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि भारत की सुंदरता उसकी विविधता है। यही इस देश की ताकत है। संस्कृति के रूप अलग हो सकते हैं लेकिन उसका सूत्र एक ही है, देश की अखंडता। जिस प्रकार कांग्रेस नेताओं ने रंगभेदी टिप्पणी की है वह सीधे तौर पर हमारे देश की एकता और अखंडता के खिलाफ है।
पित्रोदा का बयान अचानक नहीं आया है बल्कि चुनाव के तीन फेस के बाद कांग्रेस खिसकती जमीन को देखते हुए आया है। यह टिप्पणी सिर्फ एक बयान नहीं है बल्कि जान बूझकर लोगों को रंगों के आधार पर बांटने की साजिश है। जो देश को बांटने की साजिश करेगा उसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि सैम पित्रोदा के बयान देश का अपमान है। इसे कोई भी देशवासी नहीं सहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भाजपा को गाली देना, मुझे गाली देना बर्दाश्त किया जाएगा लेकिन अगर देश के 140 करोड़ जनता को गाली दी जाएगी तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हर राष्ट्रवादी इस बयान के खिलाफ सड़कों पर है। प्रदर्शन में ऋचा पांडे मिश्रा, मोहन लाल गिहारा, नीरज तिवारी, प्रवीण शंकर कपूर समेत कई कार्यकर्ता शामिल हुए।
कांग्रेस की बढ़ी मुश्किलें
इससे पहले कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने कुछ ऐसा कह दिया था, जिसे लेकर बुधवार को विवाद खड़ा हो गया। उन्होंने कहा था कि देश के पूर्वी हिस्से के लोग चीनी और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी नागरिकों जैसे दिखते हैं। हम 75 साल से बहुत सुखद माहौल में रह रहे हैं, जहां कुछ लड़ाइयों को छोड़ दें तो लोग साथ रह सकते हैं। हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं। जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं।
सैम पित्रोदा का विवादित बयान
सैम पित्रोदा ने भारत की विविधता पर बात करते हुए कहा कि भारत में पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं तो दक्षिण में लोग अफ्रीकी लगते हैं। वहीं पश्चिम में लोग अरबी लगते हैं और उत्तर भारतीय गोरे होते हैं।