छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव समाप्‍त हो चुके हैं। प्रदेश में सरकार गठन के बाद कई आइएएस और आइपीएस अफसरों पर गाज गिर सकती है। भाजपा ने इसे लेकर अफसरों की लिस्‍ट तैयार की है। बताया जा रहा है कि 30 से अधिक आइएएस और आइपीएस अफसरों के नाम इस लिस्‍ट में शामिल हैं। भाजपा अफसरों पर चुनाव के दौरान कांग्रेस के पक्ष में काम करने का आरोप लगा रही है। भाजपा इन अफसरों पर कार्रवाई के लिए इस लिस्‍ट केंद्र सरकार को भेजेगी।

इसी क्रम में चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा के बीजापुर विधानसभा प्रत्याशी महेश गागड़ा ने कलेक्टर राजेंद्र कटारा पर कांग्रेस के लिए काम करने और पक्षपात का गंभीर आरोप लगाया है। चुनाव परिणाम के बाद महेश गागड़ा ने कहा कि कलेक्टर कटारा ने भारतीय प्रशासनिक सेवा की गरिमा को तार-तार करने हुए कांग्रेसी प्रत्याशी विक्रम मंडावी के पक्ष में काम किया है।

उन्होंने कहा कि इसके ढेरों साक्ष्य उनके पास है, जिसमें वे पंचायत सचिव से लेकर अधीक्षकों की बैठक लेकर उन पर कांग्रेस के पक्ष में काम करने का दबाव डाल रहे थे। अधीनस्थ अफसर-कर्मियों पर ना सिर्फ दबाव डाला गया था, बल्कि विधायक निवास से तैयार सूची के आधार पर पीठासीन अफसरों को बदलने में कलेक्टर ने सहयोग किया। बीजापुर पुलिस अधीक्षक के इशारे पर भाजपा कार्यकर्ताओं को सुरक्षा का हवाला देते भयादोहन का प्रयास भी किया गया। बतादें कि बीजापुर विधानसभा सीट से भाजपा उम्‍मीदवार महेश गागड़ा कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम मंडावी से 2706 मत से चुनाव हार गए।