लुधियाना। भाजपा उम्मीदवार रवनीत बिट्टू ने रोज गार्डन स्थित सरकारी कोठी से बाहर करने पर नगर निगम व सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है।

बिट्टू ने कहा कि जिस तरह से आधी रात को नगर निगम कमिश्नर संदीप ऋषि ने उन्हें कोठी के बढ़े हुए किराए का डिमांड नोटिस जारी किया। उनके नामांकन प्रक्रिया को विफल करने और उनके जीवन को खतरे में डालने की एक सुनियोजित साजिश थी। ताकि उनकी विजय यात्रा को रोका जा सकें।

आप और कांग्रेस आपस में मिले हुए: बिट्टू

बिट्टू ने कहा कि इस साजिश में आप और कांग्रेस आपस में मिले हुए हैं। कहा कि उन्हें आधी रात को करीब 11.18 बजे व्हाट्सएप और आधिकारिक ईमेल के जरिए किराया वसूली नोटिस भेजा गया था। मुझे 2017 और 2019 के चुनावों में एमसी से एनओसी और नो ड्यूज सर्टिफिकेट मिला। मैं नियमित रूप से पानी और बिजली के बिल का भुगतान कर रहा था और अतीत में यह कहते हुए कोई नोटिस जारी नहीं किया गया था कि मेरा कब्जा अवैध है।

उन्होंने कहा कि मैंने 2 मई, 2024 को एनओसी के लिए आवेदन किया था। लेकिन 48 घंटे के भीतर दस्तावेज जारी करने के चुनाव आयोग के निर्देशों के बावजूद 8 मई तक इसे जारी नहीं किया गया था। कहा कि लुधियाना की जनता इस कुकृत्य का करारा जवाब देगी। आप और कांग्रेस डरी हुई हैं क्योंकि भाजपा लुधियाना सीट भारी अंतर से जीतने वाली है।

भाजपा कार्यालय में की प्रेस कॉन्‍फ्रेंस

ये आरोप रवनीत सिंह बिट्टू ने शनिवार को दुगरी स्थित भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान लगाए। गौरतलब है कि रवनीत सिंह बिट्टू ने शुक्रवार को ही कोटली गांव में अपने दादा की जमीन गिरवी रखकर तथा पत्नी के जेवर बेच कर एक करोड़ रुपये 82 लाख रुपये एकत्र कर निगम को पैसे जमा कराए।

इसके बाद ही बिट्टू अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सके। इसके बाद सरकारी कोठी खाली कर शुक्रवार को दुगरी में भाजपा कार्यालय में रहने के लिए आ गए। भाजपा कार्यालय की तीसरी मंजिल पर एक कमरे के फर्श पर गद्दे बिछाकर सोये।

गैंगस्टर दे चुके हैं जान से मारने की धमकियां: बिट्टू

बिट्टू ने कहा कि ऐसा लगता है कि कुछ शक्तियां मेरा राजनीतिक करियर व शारीरिक रूप से खत्म करना चाहती हैं। उन्हें गैंगस्टर और खालिस्तानी पहले ही जान से मारने के धमकियां दे चुके हैं। बावजूद इसके शहर में घर से बेघर किया गया। मेरी हत्या करवाने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि आप सरकार पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का क्रम दोहराना चाहती है। उनकी सुरक्षा अव्यवस्थित की गई है ताकि उन्हें आसानी से निशाना बनाया जा सके।

बिट्टू ने पंजाब सरकार पर साधा निशाना

बिट्टू ने कहा कि वह अपने दिवंगत दादा सरदार बेअंत सिंह की तरह पंजाब के लिए अपनी जान कुर्बान करने से नहीं डरते। कहा कि मुझे जेड सुरक्षा के चलते सरकारी कोठी दी गई थी। अब सुरक्षाकर्मियों को हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर उनके साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो पंजाब के मुख्यमंत्री और पंजाब के पुलिस महानिदेशक सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे।

बिट्टू ने कहा कि मैंने 2017 और 2019 में एक ही सदन से चुनाव लड़ा। लेकिन कोई सवाल नहीं उठाया गया। अब मुझे उक्त मकान तत्काल खाली करने का निर्देश दिया गया है। चूंकि मेरे सुरक्षाकर्मियों के रहने की कोई जगह नहीं है, इससे मेरे जीवन को गंभीर खतरा होगा।