2023 के अंतिम पड़ाव में कोरोना एक बार फिर से रूप बदलकर वापस आ चुका है. कोरोनावायरस के नए जेएन.1 वेरिएंट का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. भारत में भी इस वेरिएंट की एंट्री हो चुकी है. कोरोना के नए वेरिएंट की गिरफ्त में देश के छोटे-छोटे शहर भी आ रहे हैं, जिसने चिंता काफी बढ़ा दी है. बिहार के पटना में दो नए मरीज मिले हैं. पटना में नए वेरिएंट के मरीज मिलने के बाद बिहार सरकार अलर्ट हो गई है. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार (22 दिसंबर) को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कोरोना की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी.

बैठक में मुख्यमंत्री ने RTPCR जांच की संख्या और बढ़ाने का निर्देश दिया. इसके अलावा पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों की रैंडम कोविड जांच के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए आरटीपीसीआर जांच की संख्या और बढ़ाई जाए. कोविड के निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप अस्पतालों में दवा, उपकरण, बेड, ऑक्सीजन, मानव बल एवं अन्य सभी जरूरी व्यवस्थाओं की उपलब्धता रखें. लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है. 

कोरोना रोकथाम के लिए अस्पतालों में मास्क पहनने की सलाह दी गई है. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सिविल सर्जनों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि अस्पताल आने वाले सभी डाक्टर, कर्मचारी और रोगी के साथ उनके स्वजन परिसर में मास्क लगाएं. अस्पतालों में कोविड प्रोटोकाल पालन के निर्देश भी दिए गए हैं. इसके अलावा सभी जिलों में अस्पतालों में ऑक्सीजन व दवाओं की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है. 

बता दें कि संक्रमित मरीजों में से एक केरल से लौटा है और केरल में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 265 नए मामले सामने आए हैं. वहीं, एक मरीज की संक्रमण से मौत भी हो गई है. इसके बाद पीएमसीएच, एनएमसीएच और आईजीआईएमएस को जांच बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. सभी बड़े अस्पतालों को कम से कम 25 आरटीपीसीआर जांच करने का लक्ष्य दिया गया है.