मुंबई में रह रहे अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ पुलिस का बड़ा ऑपरेशन
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही देश में छिपे अवैध पाकिस्तानियों और बांग्लादेश के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस ने पहले गुजरात के अहमदाबाद से 1200 से ज्यादा बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया. इसके बाद अब पुलिस ने मुंबई से 60 से ज्यादा बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है.
मुंबई पुलिस को अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के स्पष्ट निर्देश मिले हैं, जिसके तहत यह विशेष अभियान चलाया गया. पुलिस ने अवैध घुसपैठियों की तलाश के लिए विशेष टीमों का गठन किया है. हर टीम को एक निश्चित क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है. इसके बाद से ही लगातार बांग्लादेशियों पर कार्रवाई की जा रही है.
नाम और पहचान बदलकर रह रहे थे बांग्लादेशी
पहलगाम आतंकी हमले के बाद अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों पर कार्यवाही तेज हो चली है. भिवंडी के कोनगांव और नारपोली पुलिस ने 6 दिन में कुल 11 बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी की गई है जो अवैध रूप से रह रहे थे. इनमे याकूब मजहर मियां शेख (52) ,मोहम्मद शामूल मोहम्मद शफी खान और प्यारू शफीक शेख (36) शामिल है जो भिवंडी में नाम और पहचान बदलकर रह रहे थे.
सब्जी मार्केट में डेरा जमाए थे बांग्लादेशी
नवी मुंबई के वाशी इलाके में एशिया के सबसे बड़े सब्जी और फल बाजार में नवी मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को छापेमारी कर 50 से ज्यादा बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया है. इनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है. इसके साथ ही एक्सपोर्ट और इंपोर्ट होने वाले फलों की बॉक्स भी जांच किया, ड्रग्स तस्करी का शक के बिनाह पर कई लोगों से पूछताछ भी की जा रही है. अब तक पुलिस ने 15 लोगों से अलग-अलग पूछताछ की है. पिछले कई दिनों से पुलिस की तरफ से धरपकड़ जारी है. अधिकारियों की माने तो आने वाले दिनों ऐसी कई और कार्रवाई देखने को मिल सकती हैं.
गुजरात में मिले थे एक हजार से ज्यादा बांग्लादेशी
पिछले दिनों गुजरात में अवैध बांग्लादेशियों पर सरकार की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई थी. यहां पुलिस टीमों ने आधी रात को अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के ठिकानों पर छापा मारा और करीब 1000 से ज्यादा लोगों को हिरासत में ले लिया था. इन बांग्लादेशियों के पास बंगाल के कागजात मिले थे. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद गृह मंत्री ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की थी और उन्हें अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान करने और उनके देश वापस भेजने की अपील की थी. इसके बाद से ही लगभग देश के सभी राज्यों में अवैध रह रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.