नूंह हिंसा पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का बयान सामने आया है। उन्‍होंने कहा कि इसके पीछे एक बड़ा गेम प्लान है। लोग मंदिरों के बगल की पहाड़ियों पर चढ़ गए, उनके हाथों में लाठियां थीं और प्रवेश बिंदुओं पर इकट्ठा हुए। यह सब उचित योजना के बिना संभव नहीं है।

गहराई तक होगी जांच- विज

गोलियां चलाई गईं, आग लगाई गई और कुछ लोगों ने हिथयारों की भी व्‍यवस्‍था कर ली थी। क्या ये मुफ्त में बांटे जा रहे थे? किसी ने इसकी व्यवस्था की होगी। हथियार कहां से आए? हम गहराई तक जाएंगे। यह सब एक योजना का हिस्सा है। बिना पूरी जांच किए हम किसी जल्द निष्कर्ष पर नहीं पहुंचेंगे। उन्‍होंने कहा कि स्थिति में सुधार होने के बाद इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी।

कांग्रेस के मंत्री करते हैं गैर-जिम्‍मेदाराना बातें 

अनिल विज से अशोक गहलोत के आरोप के बारे में पूछा गया कि हरियाणा पुलिस ने गौ रक्षक मोनू मानेसर की गिरफ्तारी में सहयोग नहीं किया, जो राजस्थान पुलिस द्वारा एक मामले में वांछित है। विज ने कहा कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री गैर-जिम्मेदाराना बयान देने के लिए जाने जाते हैं और वे सभी गैर-जिम्मेदाराना बातें करते हैं। विज ने आगे कहा कि गहलोत को आना चाहिए और मोनू मानेसर को गिरफ्तार करना चाहिए, हमने कभी किसी को नहीं रोका। हरियाणा पुलिस अपराधी को पकड़ने के लिए दूसरे राज्यों में भी जाती है, सभी सहयोग करते हैं, हम भी सहयोग करेंगे।