जयपुर: 22 जनवरी  इस  दिन का इतंजार हर भारतवासी को  है 32 साल का वनवास काटने के बाद रामलला  अपने घर में  परिवार सहित विराजमान होने जा रहे है जिसके लिए पूरी अयोध्या नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया है. इस अवसर पर राजस्थान में भी जश्न का दौर शुरू हो चला है. इसलिए कयास लगाए जा रहे है कि हो सकता है कि आने वाले दिनों में भजनलाल सरकार  22 जनवरी को सरकारी छुट्टी की घोषणा कर दे।  यानि राम मन्दिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए प्रदेश में अवकाश रहने की संभावना है.  जिससे की हर आम और खास इस दिन भगवान राम के घर वापस लौटने की खुशी में हर कोई शामिल हो सके।
मिली जानकारी के अनुसार,  छुट्टी को लेकर शुरूआती स्तर पर कवायद शुरू हो चुकी है. हालांकि, उस दिन बिना निमन्त्रण अयोध्या में किसी को भी आने की अनुमति नहीं मिली है। आमंत्रण के लिए अब तक लगभग 3 हजार से ज्यादा के पत्रों को राम जन्मभूमि न्यास बोर्ड ने निमंत्रण भेजे रहे इसका सिलसिला अभी भी जारी है। 22 जनवरी, 2024 को मुख्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह होगा लेकिन, उससे पहले ही कई तरीके के पूजा-पाठ और अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे. 15 जनवरी को रामलला के विग्रह (रामलला के बालरूप की मूर्ति) को गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा 16 जनवरी से विग्रह के अधिवास का अनुष्ठान भी शुरू हो जाएगा, जो कि प्राण प्रतिष्ठा का पहला कार्यक्रम है फिर 17 जनवरी को रामलला के विग्रह को नगर भ्रमण के लिए निकाला जाएगा. इसके बाद 18 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा की विधि प्रारंभ होगी और 19 जनवरी को यज्ञ अग्नि की स्थापना की जाएगी।  20 जनवरी को गर्भगृह को 81 कलश सरयू जल से धोने के बाद वास्तु की पूजा होगी. 21 जनवरी को रामलला को तीर्थों के 125 कलशों के जल से स्नान कराया जाएगा. आखिर में 22 जनवरी को मध्यान्ह मृगशिरा नक्षत्र में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस मौके पर पीएम मोदी मुख्य यजमान होंगे. देश-विदेश से बड़ी संख्या में वीवीआईपी मेहमान भी उपस्थित रहेंगे।