इस शुक्रवार को रिलीज होने जा रही अपनी नई फिल्म ‘ड्रीमगर्ल 2’ को लेकर खासे उत्साहित अभिनेता आयुष्मान खुराना अपनी इस कॉमेडी फिल्म से पहले दर्शकों का भरोसा फिर से जीतने की पूरी तैयारी कर रहे हैं। ब्रांड बाजार में आयुष्मान की खासियत उनके प्रति दर्शकों के भरोसे की ही रही है और इसी वजह से वह वित्तीय संस्थाओं और बैंकिंग सेवाएं देने वाली कंपनियों की ब्रांड अंबेसडर के रूप में पहली पसंद भी रहे हैं।

भरोसे की बात चलने पर आयुष्मान को अपने माता-पिता की तुरंत याद आती है। वह कहते हैं, ‘मेरा माता पिता ने मुझमें जो बात सबसे ज्यादा कूट कूटकर भरी है, वह है लोगों का भरोसा जीतना। जीवन का यही सबसे कठिन काम है क्योंकि एक बार अगर किसी इंसान पर किसी का भरोसा बन गया तो फिर ये उसकी जिम्मेदारी है कि उसे कभी टूटने न दे।’

आयुष्मान कहते हैं, ‘कलाकार के तौर पर भी हम दर्शकों के उस भरोसे पर टिके होते हैं, जो हमारी फिल्मों के जरिये बनता है। मैं इस बात को लेकर हमेशा दर्शकों का कृतज्ञ रहा हूं कि लोगों ने न सिर्फ मुझ पर बल्कि भारतीय सिनेमा में मेरे इरादों और मेरी कला पर भी भरोसा बनाए रखा है।’

आयुष्मान खुराना की जब से एक फिल्म ‘गुलाबो सिताबो’ कोरोना संक्रमण काल में सीधे ओटीटी पर रिलीज हुई, बॉक्स ऑफिस पर उनकी ब्रांडिंग को खासा नुकसान पहुंचा है। उनकी पिछली चार फिल्में ‘चंडीगढ़ करे आशिकी’, ‘अनेक’, ‘डॉक्टर जी’ और ‘एन एक्शन हीरो’ बॉक्स ऑफिस पर अपेक्षित परिणाम हासिल नहीं कर सकीं। आयुष्मान अपनी हर फिल्म में आम आदमी के एक नए रूप को परदे पर पेश करने के लिए प्रयोग करते रहे हैं और ‘ड्रीमगर्ल’ सीरीज में भी उनका जनाना आवाज निकालने का प्रयोग काफी रोचक रहा है।

आयुष्मान कहते हैं, ‘कहानियां कहने का बिल्कुल भिन्न तरीका निकालने की मेरी कोशिशों में दर्शकों ने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया है। मैं अपने सारे प्रशंसकों का इसके लिए शुक्रगुजार हूं और ये जिम्मेदारी अब मेरी है कि मैं उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूं।’