चंडीगढ़: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के सहयोगी सरबजीत सिंह उर्फ दलजीत कलसी की पत्नी की अपने पति को अवैध हिरासत में रखने को लेकर दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर पंजाब सरकार ने बताया कि कलसी को अवैध हिरासत में नहीं रखा गया है।

कलसी को गिरफ्तार कर असम जेल भेजा 

अमृतसर के एसएसपी ने दलजीत कलसी सहित अन्य की याचिकाओं पर जवाब दायर कर कोर्ट को बताया कि जेल अथॉरिटी की तरफ से कलसी को उसके हिरासत के आदेश हिंदी और पंजाबी भाषा में दे दिए गए थे और इसके खिलाफ कलसी की अपील अब एडवाइजरी बोर्ड के पास पेंडिंग है। कोर्ट को बताया गया कि कलसी के खिलाफ जिला मजिस्ट्रेट ने एनएसए के तहत गिरफ्तारी के आदेश दिए थे इसलिए यह याचिका खारिज की जाए क्यों की कलसी को मजिस्ट्रेट के आदेश पर गिरफ्तार कर असम की जेल में भेजा गया है।

24 अप्रैल तक जवाब देगी केंद्र

सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने इस मामले में जवाब दाखिल करने के लिए समय की मांग की। हाई कोर्ट ने सभी पक्षों के सामने के बाद केंद्र सरकार को 24 अप्रैल तक अपना जवाब दाखिल करने के आदेश दे दिए हैं और यह भी कह दिया है की अगली सुनवाई पर इन सभी याचिकाओं का निपटारा कर दिया जाएगा।

दलजीत कलसी के अलावा भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके, कुलवंत सिंह राय के विरेंद्र फौजी बसंत सिंह और गुरमीत सिंह की याचिकाओं पर भी एक साथ सुनवाई हुई ।

अमृतपाल के पीछे का मास्टरमाइंड पपलप्रीत हुआ गिरफ्तार 

वहीं अमृतपाल के खास साथी पपलप्रीत सिंह को पुलिस ने अमृतसर जिले से सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद पंजाब पुलिस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो संदेश जारी किया है। पंजाब पुलिस ने कहा, "आप भाग सकते हैं, लेकिन आप कानून के लंबे हाथों से नहीं छिप सकते।'' पंजाब पुलिस ने आगे कहा, "हम नागरिकों से क्षेत्र में शांति और सद्भाव बनाए रखने का आग्रह करते हैं।"