नगर निगम में कूटरचित नियुक्ति पत्र देकर सफाई कर्मी की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने के आरोपी को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला है कि आरोपी ने नौ लोगों से 50-50 हजार रुपये नौकरी के नाम पर रुपये वसूले थे। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।

पकड़े गए आरोपी की पहचान गगहा के कौड़ीराम तिघराखुर्द निवासी अजय कुमार के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक, बेलीपार के मलाव निवासी रेखा पत्नी दिलीप ने बताया कि उससे 50 हजार रुपये लिया गया है और बताया कि सफाई कर्मी के पद पर नियुक्ति हो गई है। उसे एक फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिया गया था।

इसी आधार पर 26 अगस्त को रेखा नगर निगम में नौकरी ज्वाइन करने पहुंच गई। अपर नगर आयुक्त दुर्गेश ने पूरा मामला पकड़ लिया और फिर उन्होंने रेखा के प्रार्थना पत्र को आधार बनाते हुए कोतवाली पुलिस को पत्र भेजा। बताया गया कि जारी किया गया नियुक्ति पत्र पूरी तरह से फर्जी है।

पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी एक शातिर किस्म का जालसाज अपराधी है, जो कूटरचित तरीके से सफाई कर्मी का अवैध नियुक्ति-पत्र तैयार कर नगर निगम गोरखपुर में सफाई कर्मी की अवैध नौकरी दिलाने का वादा करता था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि अब तक कुल नौ लोगों को अवैध नियुक्ति पत्र दिया है। रेखा से उसने 50 हजार रुपये लेने की बात स्वीकार की है।