नई दिल्ली । जी-20 की बैठक को लेकर ‎दिल्ली सरकार ने कुछ नहीं ‎किया। यह बात दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने जी-20 व्यवस्थाओं की तैया‎रियों को लेकर कही। उन्होंने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों को लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों को जरा भी नहीं निभाया। जिसके कारण उनको आगे आना पड़ा और कामकाज की बागडोर को अपने हाथ में लेना पड़ा। मी‎डिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक एलजी सक्सेना ने बताया कि आप सरकार ने दिसंबर 2022 में एनजी ऑफिस के साथ जी-20 की तैयारियों पर पहली ज्वाइंट मीटिंग के बाद से अपने हाथ खींच लिए। इसने उन्हें चीजों को अपने हाथों में लेने के लिए मजबूर किया। जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए दुनिया भर के देशों के नेताओं के नई दिल्ली पहुंचने में सिर्फ एक हफ्ते का समय बाकी है। ऐसे में 9-10 सितंबर को दो दिनों के कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए पिछले दो महीनों से मैदान पर मौजूद रहे सक्सेना ने बाकी रह गई कुछ कमियों के कारणों की ओर संकेत करने की कोशिश की। 
एलजी विनय सक्सेना ने कहा कि मैंने जी-20 के संबंध में पहली बैठक बुलाई। सीएम मौजूद थे, मंत्री भी वहां थे और हमने तय किया कि क्या करना है। लेकिन उसके बाद कुछ नहीं हुआ। बस ठीक है। मैं एकला चलो की नीति पर चल रहा हूं, मेरी नजर दिल्ली को एक खूबसूरत शहर के रूप में देखने की है। यह राष्ट्रीय राजधानी है, इसे सुंदर होना चाहिए। सक्सेना ने कहा कि अगर राजधानी दिल्ली का चेहरा सिर्फ दो महीनों में बेहतरी के साथ बदला जा सकता है, तो इसे सुधारने के लिए और भी बहुत कुछ किया जा सकता था। बशर्ते आप सरकार ने पिछले 9 साल में पर्याप्त मेहनत की होती। एलजी ने कहा कि ‘हमारे पास जो भी समय है, मैं बहुत कड़ी मेहनत कर रहा हूं। यह मेरा कर्तव्य है। हर किसी की अपनी कार्यशैली होती है। मैं अलग तरीके से काम कर रहा हूं, वे अलग तरीके से काम कर रहे हैं।