आइआइटी आइएसएम में सुबह-सुबह अफरातफरी का माहौल बन गया। एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग के पीछे अकाउंट डिपार्टमेंट से निकलते धुएं के गुब्बार को देख सभी सकते में आ गए।

यहां तैनात एक गार्ड ने अकाउंट बिल्डिंग में आग लगने की सूचना सीनियर सिक्योरिटी इंजार्ज राममनोहर कुमार को दी। इसके राममनोहर कुमार ने आइएसएम प्रबंधन को जानकारी देते हुए तत्काल अग्निशमन विभाग को सूचित किया।

लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद अग्निशमन की गाड़ी ने आग पर काबू पा लिया। इस दौरान संस्थान के निदेशक प्रो. जेके पटनायक, उपनिदेशक प्रो. धीरज कुमार और डीएसडब्ल्यू प्रो. एमके सिंह भी मौके पर पहुंच गए।

आग लगने के कारणों का पता तो नहीं लग पाया है। हालांकि, आइएसएम प्रबंधन का मानना है कि शॉर्ट-सर्किट से आग लगी होगी। अभी भी अकाउंट डिपार्टमेंट में धुएं का गुबार है, इसलिए कोई अंदर जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा है। धुआं छंटने के बाद ही नुकसान का आकलन हो सकेगा।

आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो. जेके पटनायक ने बताया कि संभवत: यूपीएस में आग लगी थी। बहुत अधिक नुकसान नहीं हुआ है। आग लगने के कारणों की जांच कर रहे हैं। धुआं खत्म होते ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। यह आग अहले सुबह लगी।

लाइब्रेरी में भी लग चुकी है आग

आइआइटी आइएसएम में आग लगने की घटना यह नई घटना नहीं है। दो माह के अंदर आइएसएसम आग लगने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले लाइब्रेरी में आग लगी थी। उस समय टेबल-कुर्सी जलकर राख हो गई थी।

आइएसएम में कैंपस मैंटनेंस यूनिट इन चीजों की देखरेख करती है। आइएसएम प्रबंधन ने सिविल से लेकर मैकेनिकल तक सभी मैंटनेंस तक जिम्मा इसी यूनिट को दे रखा है। अच्छा खासा भुगतान भी किया जाता है। ऐसे में, यह यूनिट भी सवालों के घेरे में है।