आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस ने लोगों को मेक्सिको के रास्ते अमेरिका भेजने के नाम पर ठगी करने वाले एक एजेंट सुखविंदर निवासी अजीत सिंह नगर, साहिबजादा, पंजाब को गिरफ्तार किया है। आरोपी इमिग्रेशन का झांसा देकर यात्री को अपने साथ ले जाता था और इसके एवज में वह हर यात्री से 32 लाख रुपये लेता था। पुलिस गैंग में शामिल अन्य एजेंटों की भी तलाश कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 21 जुलाई को आईजीआई एयरपोर्ट पर दुबई से आए यात्री यमुनानगर निवासी आकाश को इमिग्रेशन अधिकारी ने पकड़ा। उसके पासपोर्ट पर 29 जून और 20 फरवरी के दो यूक्रेनी इमिग्रेशन स्टाम्प लगे हुए थे, लेकिन भारत से प्रस्थान करने का कोई इमिग्रेशन स्टाम्प नहीं था। जांच में यूक्रेनी स्टाम्प भी नकली पाया गया। इसके बाद यात्री को आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने केस दर्ज कर यात्री से पूछताछ की तो पता चला कि उसे अमेरिका भेजने के लिए ट्रैवल एजेंट सुखविंदर ने फर्जी कागजात का इंतजाम किया था। इसके एवज में 32 लाख रुपये लिए थे। पूरे गिरोह का भंडाफोड़ करने के लिए निरीक्षक अजय कुमार यादव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच शुरू की। जांच में पता चला कि आरोपी सुखविंदर मोहाली में मौजूद है, लेकिन टीम के पहुंचने से पहले ही वह फरार हो गया। करीब 130 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद पुलिस ने उसे करनाल के पास गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह एक अन्य एजेंट की मदद से वह यह काम करता था। पुलिस ने इसके कब्जे से एक मोबाइल फोन और पासपोर्ट बरामद किया। पासपोर्ट की जांच में पता चला है कि वह यात्रियों के साथ भारत से मलयेशिया, मालदीव और दुबई के रास्ते बाकू, अजरबैजान तक यात्रा कर चुका है। वाहन दलालों पर दर्ज हुए 192 मामले: आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस ने हवाईअड्डे पर यात्रियों को अपने-अपने वाहनों में बैठने के लिए बाध्य करने वाले दलालों के खिलाफ भी कार्रवाई तेज कर दी है। 

जुलाई में दस एजेंटों की हुई गिरफ्तारी

आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले एजेंटों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करती है। जुलाई माह में आठ मामलों में 10 एजेंटों को गिरफ्तार किया गया है। एयरपोर्ट पुलिस उपायुक्त देवेश महला ने बताया कि पकड़े गए एजेंटों की पहचान होशियारपुर पंजाब निवासी परमिंदर चांद, गोरखपुर निवासी विनोद गुप्ता, बरनाला पंजाब निवासी रफीक मोहम्मद, जालंधर निवासी विनोद, पश्चिम बंगाल निवासी तपन कांति चक्रवर्ती, करनाल निवासी पंकज मान, गुरदासपुर निवासी गुरप्रीत सिंह, जालंधर निवासी पलविंदर सिंह तुरना, त्रिवेन्द्रम केरल निवासी सुनील और साहिबजादा निवासी सुखविंदर के रूप में हुई है।