झारखंड में मौसम विभाग ने अगले एक सप्ताह यानी 13 जुलाई तक हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की चेतावनी जारी की है। इस संबंध में 7 जुलाई से 9 जुलाई तक के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। रांची और आसपास के जिलों में शुक्रवार को भी झमाझम बारिश हुई। मौसम केंद्र रांची के अनुसार, शनिवार 8 जुलाई को राज्य में कई स्थानों पर गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। पूर्वानुमान के अनुसार, 9 जुलाई को राज्य में कुछ स्थानों पर गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्ज की बारिश की संभावना है। वहीं, 10 और 11 जुलाई को राज्य में लगभग सभी स्थानों पर गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा होगी। हालांकि, इन दो दिनों के लिए कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। इसके बाद 12 और 13 जुलाई को भी राज्य में लगभग सभी स्थानों पर गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हो सकती है। 12 जुलाई को देवघर, दुमका, जामताड़ा, पाकुड़, गोड्डा, साहेबगंज के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।

सिमडेगा: मानसून सक्रिय, झमाझम हुई बारिश

सिमडेगा जिले में एकबार फिर मानसून सक्रिय हो गया है। शुक्रवार को अच्छी बारिश हुई। सुबह से रुक-रुक कर वर्षा हुई। इधर, जुलाई महीने में अब तक 41.7 एमएम बारिश दर्ज हुई है। सिमडेगा में सर्वाधिक 113.4 तथा बानो प्रखंड में सबसे कम 7.8 एमएम बारिश दर्ज हुई है।

चाईबासा: कहीं-कहीं चलेंगी तेज हवाएं

चाईबासा, जमशेदपुर और सरायकेला क्षेत्र में शनिवार को दिन में आसमान में आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। शाम के समय कहीं-कहीं तेज हवाएं चलने व वर्षा की भी संभावना है।

चतरा: तेज बारिश की संभावना

चतरा का मौसम शनिवार को तेज वर्षा की संभावना है। कुछ स्थानों पर वज्रपात हो सकती है। अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस रहेगा।

पलामू: हल्की वर्षा के आसार

पलामू, गढ़वा व लातेहार में शुक्रवार को उमस से लोग परेशान रहे। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 35.4 डिसे व न्यूनतम तापमान 27.4 डिसे रहा। वर्षा 0.2 मिमी दर्ज हुई। यहां अगले कई दिनों तक हल्की वर्षा के साथ मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहने की संभावना है।

संभावित प्रभाव और परामर्श

बीती चार जुलाई को रांची मौसम केंद्र की ओर से खेतिहर किसानों और शहरी इलाकों में मौसम के प्रभाव के साथ परामर्श भी जारी किया गया है। इसमें किसानों से कहा गया है कि बारिश की वजह से खेती और बागवानी वाली फसलों और पौधरोपण को मामूली नुकसान हो सकता है। जबकि निचले इलाकों में जल जमाव की स्थिति बन सकती है। वहीं, मौसम केंद्र की ओर से दिए गए परामर्श में कहा गया है कि लोग अपने इलाकों में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें। पके हुए फलों और सब्जी की तुड़ाई कराकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखें। जल जमाव वाले स्थानों पर जाने से बचें।