एमएस धोनी ने खुद को बताया Annoying कप्तान, CSK vs GT मैच में 15 रन से जीत दर्ज....
क्रिकेट में जब भी कप्तान की बात होती है तो सबसे पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम याद आता है। बता दें कि एमएस धोनी चतुर दिमाग, शानदार फैसले और शांत स्वभाव के लिए जाने जाते है। उन्हें कैप्टून कूल के नाम से जाना जाता है, क्योंकि वह मैदान पर शांत नजर आते है। गुजरात टाइटंस के खिलाफ आईपीएल 2023 के क्वालीफायर मैच में एमएस धोनी की कप्तानी वाली सीएसके ने गुजरात टाइटंस को 15 रन से मात दी। इस जीत के साथ ही सीएसके टीम ने फाइनल में एंट्री कर ली है। मैच के बाद हुई पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के दौरान कैप्टन कूल (MS Dhoni) ने हर्षा भोगले से बात करते हुए एक चौंकाने वाले बयान दिया। उन्होंने इस दौरान खुद को खिलाड़ियों काफी परेशान करने वाला कप्तान बताया।
इस वजह के चलते MS Dhoni ने खुद को बताया Annoying कप्तान
दरअसल, गुजरात टाइटंस के खिलाफ सीएसके (CSK vs GT) ने क्वालीफायर मैच में 15 रन से जीत दर्ज की। इस जीत में सीएसके टीम के बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों ने कमाल का परफॉर्मेंस किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए सीएसके ने निर्धारित 20 ओवर में 7विकेट के नुकसान पर 172 रन बनाए। टीम की तरफ से सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने 60 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली, जिसमें कुल 7 चौके और 1 छक्का शामिल रहा।
अगले 8 महीनों में... मैच जीतने के बाद माही ने अपने रिटायरमेंट को लेकर कर दिया बड़ा खुलासा
डेवोन कॉनवे ने 40 रन बनाए। इन दोनों बल्लेबाजों ने टीम को स्कोर खड़ा करने में अहम योगदान दिया। इसके जवाब में गुजरात टाइटंस टीम की तरफ से शुभमन गिल के 42 रन के अलावा कोई भी बल्लेबाद ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक सका। शुभमन का विकेट मैच के लिए टर्निंग प्वाइंट रहा और मैच सीएसके ने 15 रन से अपने नाम किया। अगले 8 महीनों में... मैच जीतने के बाद माही ने अपने रिटायरमेंट को लेकर कर दिया बड़ा खुलासा मैच के बाद एमएस धोनी ने हर्षा भोगले के साथ खास बातचीत करते हुए खुद को काफी परेशान करने वाला कप्तान बताया। उन्होंने कहा ''मैं हर वक्त फील्डर की पोजीशन बदलते रहता हूं। कभी एक-दो फीट इधर तो कभी उधर। ऐसा करने से कोई भी खिलाड़ी चिढ़ सकता है। इसलिए, मैं चिढ़ पैदा करने वाला कप्तान हूं। लेकिन, ये सब मैं विकेट के लिए और जरूरत के हिसाब से करता हूं।'' उन्होंने आगे कहा कि मेरे अंदर से एक आवाज आती है और मैं उसी की सुनता हूं। मैं टीम के हर फील्डर को कहता हूं कि वो अपनी निगाहें मुझ पर जमाए रखें। ताकि कैच छूटेगा मैं कुछ नहीं बोलूंगा, लेकिन नजरें मुझ पर रखें। ऐसा इसलिए ताकि मैं उन्हें फील्ड के मुताबिक उनकी पोजिशन को बदल सकूं।