ऑनलाइन गेमिंग एप के जाल में फंसाकर 15 से 17 साल के किशोरों का धर्मांतरण कराने के मामले में ठाणे से ट्रांजिट रिमांड पर लाए गए मुख्य आरोपी शाहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो के तार पाकिस्तान से जुड़े होने के साक्ष्य पुलिस को मिले हैं। 

सिर्फ 12वीं पास होकर भी कंप्यूटर में निपुण बने 25 साल के बद्दो के मोबाइल फोन में पुलिस को पाकिस्तान के 30 नंबर मिले हैं। काल डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) से पता चला है कि इन नंबरों पर उसकी लगभग रोज ही बात होती थी।

उसके कंप्यूटर से पाकिस्तान से जुड़ी छह ई-मेल आईडी और एक संदिग्ध परिचय पत्र भी मिला है। हालांकि, इनसे जुड़े सवाल पूछे जाने पर शातिराना अंदाज में उसने रटा-रटाया यही जवाब दिया, मुझे कुछ पता नहीं...धर्मांतरण से मेरा कोई ताल्लुक नहीं। 

30 मई को कविनगर थाने में केस दर्ज होने के बाद और 12 जून को ठाणे के अलीबाग से गिरफ्तारी होने के बीच उसने अपने मोबाइल फोन और कंप्यूटर से लगभग सारा डाटा डिलीट कर दिया। हालांकि, साइबर सेल ने काफी डाटा रिकवर कर लिया। बाकी को रिकवर करने के लिए उसके मोबाइल और कंप्यूटर को फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) भेजा गया है।

पुलिस ने बताया कि रिकवर किए गए डाटा में से उसे व्हाट्स एप पर उसकी चैट दिखाई गई तो वह चुप्पी साध गया। उसे पाकिस्तान की ई-मेल आईडी और संदिग्ध पहचान पत्र दिखाया गया तो बोला, मैं ऑनलाइन गेम खेलता हूं।

इसमें बेहतर प्रदर्शन के लिए कुछ टूल्स खरीदे। ई-मेल आईडी भी एक तरह का टूल्स हैं। इतना कहकर फिर से चुप्पी साध ली। पुलिस को बद्दो और उसके परिजनों के 10 बैंक खातों का पता चला है। सभी की डिटेल निकलवाई जा रही है।

यह था मामला 

30 मई को कविनगर थाने में राजनगर निवासी उद्यमी ने बद्दो और संजयनगर मस्जिद कमेटी के पूर्व सदस्य अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी के खिलाफ केस दर्ज कराया। इसमें बताया गया कि बद्दो ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए किशोरों को जाल में फंसाता है। उन्हें पहले जान बूझकर गेम में हरवा देता है। इसके बाद कहता है कि कुरान की आयत पढ़कर खेलो तो जीत जाओगे। ऐसा करने वालों को जीतवा देता और फिर झांसे में लेकर उनका धर्मांतरण करा देता। नन्नी पहले ही जेल जा चुका है।

कंप्यूटर का है महारथी

12वीं पास बद्दो मुंबई के ठाणे का निवासी है। कंप्यूटर टूल्स बेचने का काम करता है।
उसके परिवार का सौंदर्य प्रसाधन का कारोबार है। उसके तीन भाई हैं।
पिता ने दो शादी कीं। पहली पत्नी से तीन बेटे हुए और दूसरी से एक।
पिता की मौत हो चुकी है। उनकी दूसरी पत्नी पहली के परिवार से अलग रहती है।
पुलिस का कहना है कि उसे कंप्यूटर, गेमिंग एप और सोशल मीडिया में महारथ हासिल है।

हवाई जहाज से लेकर आई पुलिस

बद्दो का 72 घंटे का ट्रांजिट रिमांड पुलिस को सोमवार को मिल गया था। पुलिस उसे हवाई जहाज से लेकर दिल्ली पहुंची। वहां से गाड़ी से गाजियाबाद लाया गया। उससे लगभग आठ घंटे पूछताछ की गई। इसके बाद मेडिकल परीक्षण कराकर उसे कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे न्यायिक हिरासत में 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया। उससे इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) समेत कई खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ की।

गढ़वाल के किशोर का भी कराया धर्मांतरण

पुलिस की जांच में आया है कि बद्दो ने गढ़वाल के एक किशोर का भी धर्मांतरण कराया है। किशोर परिवार के साथ मुंबई में रहता है। बद्दो के मोबाइल की काल डिटेल से यह भी पता चला कि उसने गाजियाबाद के राजनगर निवासी किशोर से साल में 350 बार फोन पर बात की।

ऐसे चले सवाल जवाब

सवाल- तुमने किशोरों को धर्म परिवर्तन के लिए क्यों उकसाया?
जवाब- मैं किसी को धर्म परिवर्तन के लिए नहींं उकसाया है। मुझे इसके बारे में कुछ पता नहीं की।

सवाल- तुमने दूसरे समुदाय के किशोरों को इस्लाम से जुड़ी वीडियो क्यों साझा कीं?
जवाब- मैंने किसी को वीडियो नहीं भेजी। जो उससे मांगता था, उसे भेज जाता था।

सवाल- ई-मेल में पाकिस्तान से जुड़ी आईडी व बातचीत किसकी है?
जवाब- ये आईडी गेम खेलने के लिए खरीदी थीं। बाकी इनके बारे में कुछ पता नहीं है।

सवाल- पाकिस्तान से जुड़े मोबाइल नंबर कहां से आए, ये किन लोगों के हैं ?
जवाब- मुझे नहीं पता, शायद गूगल से सिंक होकर उसके मोबाइल में आ गए हैं।
( जैसा पुलिस सूत्रों ने बताया )

रिमांड पर लिया जाएगा

ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पूछताछ के बाद बद्दो को जेल भेज दिया गया है। उसके मोबाइल व कंप्यूटर का डाटा रिकवर करने के लिए फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं। जरूरत पड़ने पर रिमांड पर लिया जाएगा। - अजय कुमार मिश्रा, पुलिस आयुक्त