सावन मास में इस बार रामलला के दर्शन का रिकॉर्ड बना। इस सावन में मलमास के दुर्लभ संयोग के चलते सावन का माह 58 दिनों का रहा तो वहीं, भक्तों को आठ सोमवार मिले। सावन मास के 58 दिनों में करीब 10 लाख भक्तों ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। दर्शनार्थियों की संख्या का नया कीर्तिमान बना।

सावन मास का शुभारंभ चार जुलाई को हुआ था जबकि समापन 31 अगस्त को हुआ। इस हिसाब से 58 दिनों के दौरान औसतन करीब 20 हजार भक्तों ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। सावन मास की प्रमुख तिथियों पर अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा भीड़ रही। सावन के सोमवार, तृतीया, एकादशी व पूर्णिमा तिथि पर बड़ी संख्या में भक्तों ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई।

रामजन्मभूमि के मुख्य अर्चक सत्येंद्र दास ने बताया कि वैसे तो रामलला के दरबार में हर रोज बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं लेकिन, सावन मास में भक्तों में अधिक उत्साह रहा। औसतन 20 हजार भक्तों ने रोज दर्शन किया, प्रमुख तिथियों पर यह संख्या दो से तीन गुना तक बढ़ गयी। इस अवसर पर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से भक्तों के लिए निशुल्क भोजन की भी व्यवस्था श्रीरामजन्मभूमि पथ पर की गयी थी।

सत्येंद्र दास ने बताया कि भक्तों में राममंदिर निर्माण का साक्षी बनने की उत्सुकता भी नजर आ रही थी। बताया कि हर रोज शाम को रामलला के गर्भगृह में सांस्कृतिक आयोजनों ने भी आकर्षण बढ़ाया। सावन मेले में कई विशिष्ट हस्तियों ने भी अयोध्या पहुंचकर रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई थी।