डेंगू के रोगियों में प्लेटलेट्स काउंट कम होने का समस्या काफी सामान्य है। प्लेटलेट्स या थ्रोम्बोसाइट्स, हमारे रक्त में मौजूद छोटे, रंगहीन कोशिकाओं के टुकड़े होते हैं जो थक्के बनाते हैं और रक्तस्राव को रोकते हैं। डेंगू की स्थिति में वायरस के प्रकोप के कारण इसका स्तर कम होने लग जाता है। यह स्थिति गंभीर रोगों को जोखिमों को बढ़ाने वाली भी हो सकती है। यही कारण है कि सभी लोगों को स्वस्थ और पौष्टिक आहार के सेवन की सलाह दी जाती है जिससे शरीर में रक्त की मात्रा को व्यवस्थित रखने में मदद मिल सके। डॉक्टर बताते हैं, ऐसी कई सारी स्थितियां हैं जिसमें रक्त में प्लेटलेट्स काउंट कम हो सकता है। बैक्टीरिया और वायरस से संक्रमण की स्थिति में प्लेटलेट काउंट कम होना काफी सामान्य माना जाता है। क्या आहार के माध्मय से इसे ठीक किया जा सकता है?

आइए इस बारे में विस्तार से इस बारे में समझते हैं।

डेंगू में प्लेटलेट्स कम होने के कई कारण हो सकते हैं। संक्रमण के दौरान हमारा बोन मैरो सप्रेस हो जाता है, वायरस से प्रभावित रक्त कोशिकाएं प्लेटलेट्स को क्षति पहुंचाकर उन्हें नष्ट करने लगती हैं जिसके कारण शरीर में तेजी से ब्लड प्लेटलेट्स की मात्रा कम होने लग जाती है। प्लेटलेट्स कम होने के कारण डेंगू के गंभीर रोग या रक्तस्रावी बुखार होने का खतरा बढ़ जाता है।

प्लेटलेट्स कैसे बढ़ाएं -

फोलेट युक्त खाद्य पदार्थों का करें सेवन

फोलेट या विटामिन बी9 स्वस्थ रक्त कोशिकाओं के लिए आवश्यक विटामिन है। फोलिक एसिड, फोलेट का सिंथेटिक रूप है। शोधकर्ता बताते हैं, वयस्कों को प्रतिदिन कम से कम 400 माइक्रोग्राम (एमसीजी) फोलेट की आवश्यकता होती है, गर्भवती के  लिए यह जरूरत 600 एमसीजी हो सकती है। आहार के माध्यम से फोलेट प्राप्त करने के लिए गहरे रंग की पत्तेदार हरी सब्जियां जैसे पालक और ब्रसेल्स स्प्राउट्स, डेयरी उत्पाद और फलों का सेवन कर सकते हैं।

विटामिन-बी12 वाली चीजें खाएं

लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए विटामिन -बी12 आवश्यक है। शरीर में विटामिन-बी12 की कमी के कारण भी प्लेटलेट काउंट कम हो सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों में विटामिन बी-12 की कमी होती है, उनमें डेंगू के गंभीर रूप लेने का खतरा भी अधिक हो सकता है। आहार के माध्यम से इस विटामिन की जरूरतों को पूरा करने के लिए मांस,मछली, डेयरी उत्पाद, पत्तेदार हरी सब्जियों और फलों का सेवन किया जा सकता है।

विटामिन-सी और डी भी जरूरी

विटामिन-सी को प्रतिरक्षा कार्यों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, यह प्लेटलेट्स को सही ढंग से काम करने में भी मदद करती है और शरीर की आयरन को अवशोषित करने की क्षमता को बढ़ाने में भी इसकी भूमिका हो सकती है। कई फलों और सब्जियों से विटामिन सी प्राप्त किया जा सकता है। ब्रॉकली, लाल और हरी शिमला मिर्च, खट्टे फल- जैसे संतरे और अंगूर, कीवी फल आदि से इसकी पूर्ति की जा सकती है। विटामिन-डी के लिए सूर्य की रोशनी, मूंगफली आदि का सेवन किया जा सकता है।