नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को दिल्ली में 400 इलेक्ट्रिक बसों के उद्घाटन कार्यक्रम में कहा कि कि सरकार दिल्ली को प्रदूषण मुक्त, स्वच्छ व तकनीक-सक्षम शहर बनाने के लिए ठोस कदम उठा रही है. उन्होंने बताया कि आईआईटी कानपुर को यमुना नदी की सफाई, कचरा प्रबंधन व डी-कंजेशन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित एप्लिकेशन विकसित करने की जिम्मेदारी दी गई है.

एआई से मिलेगा प्रदूषण व जलभराव से राहत

 धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि देश के प्रमुख शिक्षण संस्थानों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे टेक्नोलॉजी के माध्यम से नागरिक जीवन को सरल व सुगम बनाने की दिशा में काम करें. इसी दिशा में आईआईटी कानपुर एआई तकनीक का इस्तेमाल कर एक ऐसा समाधान विकसित कर रहा है जो दिल्ली जैसे शहर में जलभराव, कचरा निस्तारण और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं का तकनीकी हल देंगे. उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली सरकार के अधिकारियों को सुझाव दूंगा कि वह आईआईटी कानपुर से संपर्क करें. मैं खुद आईआईटी कानपुर को दिल्ली शासन के पास भेजूंगा, जिससे ये तकनीक जल्द धरातल पर उतर सके. यमुना की सफाई सिर्फ प्रतिबद्धता नहीं बल्कि हमारी जिम्मेदारी है.

सरकारी स्कूलों को प्राइवेट से बेहतर बनाएंगे

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शिक्षा क्षेत्र में चल रहे सुधारों की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार व दिल्ली की राज्य सरकार मिलकर राजधानी के सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर बनाएगी. शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि मध्यम वर्गीय परिवारों को राहत देने के लिए स्कूल फीस नियंत्रण कानून लाकर दिल्ली सरकार ने सराहनीय काम किया है. उन्होंने कहा कि विद्या दान की कल्पना है.

 

दिल्ली में टेक्नोलॉजी व सुशासन का नया युग

धर्मेंद्र प्रधान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'डबल इंजन सरकार' की सराहना करते हुए कहा कि दिल्ली में अब नई प्रणाली के तहत स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यावरण सुधार के ठोस प्रयास हो रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता व उनके मंत्रीगण की तारीफ करते हुए कहा कि पिछले 68 दिनों में उनकी टीम ने कई जनकल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं. उन्होंने कहा कि देश दुनिया में जो भी तकनीक आ रही है. हम सबसे पहले उनका प्रयोग दिल्ली में करना चाहेंगे. दिल्ली देश का सिरमौर है. दिल्ली को विकसित राजधानी बनाया जाएगा.