विझिनजाम इंटरनेशनल पोर्ट का उद्घाटन समारोह आयोजित: PM मोदी व उद्योगपति गौतम अडानी रहे मौजूद, कांग्रेस नेता शशि थरूर की मौजूदगी ने बटोरी सुर्खियां

तिरुवनंतपुरम की एक सुहावनी सुबह में केरल के विझिनजाम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह के उद्घाटन समारोह ने न केवल एक नए युग की शुरुआत की, बल्कि राजनीतिक मंच पर एक दिलचस्प नजारा भी पेश किया। मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उद्योगपति गौतम अडानी, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर की मौजूदगी ने इस कार्यक्रम को सुर्खियों में ला दिया। लेकिन, असली रंग तब दिखा जब पीएम मोदी ने अपने चिरपरिचित अंदाज में विपक्ष पर कटाक्ष कर माहौल को हल्का और गरम दोनों बना दिया।
शशि थरूर की मौजूदगी ने मचाई हलचल
भारत के समुद्री व्यापार को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का वादा करने वाला विझिनजाम बंदरगाह दिन के केंद्र में रहा। लेकिन मंच पर बैठे शशि थरूर की मौजूदगी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। पीएम मोदी ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और कहा, "मैं मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से कहना चाहता हूं कि आप इंडिया ब्लॉक के मजबूत स्तंभ हैं। लेकिन शशि थरूर भी यहां बैठे हैं। आज का कार्यक्रम कई लोगों की रातों की नींद हराम कर देगा।" उनकी यह टिप्पणी मंच पर मौजूद सभी लोगों के लिए एक सूक्ष्म व्यंग्य थी, जिसे सुनकर दर्शकों में हंसी और तालियों की गड़गड़ाहट शुरू हो गई। मोदी ने अपने अंदाज में कहा, "शशि थरूर को यहां देखकर मुझे यकीन है कि खबर वहां पहुंच गई होगी जहां पहुंचनी थी।" यह विपक्षी नेताओं की ओर इशारा था, जो शायद थरूर और अडानी की एक साथ इस मंच पर मौजूदगी से असहज हो सकते थे। मंच पर मौजूद तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने इस टिप्पणी का जवाब मुस्कुराते हुए दिया।
वेणुगोपाल ने कहा- उनके लिए सोना मुश्किल हो जाएगा
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल कहते हैं, "मुझे नहीं पता कि प्रधानमंत्री ऐसा क्यों कह रहे हैं... प्रधानमंत्री ही वह व्यक्ति होंगे जिनकी रातों की नींद उड़ जाएगी, न कि भारत गठबंधन, राहुल गांधी या कांग्रेस। हम जाति जनगणना के मुद्दे पर उन पर अधिकतम दबाव बनाने जा रहे हैं। उन्होंने महिला आरक्षण विधेयक की तरह इसकी घोषणा की है... हम चैन की नींद सो लेंगे, लेकिन प्रधानमंत्री के लिए सोना मुश्किल होने वाला है।"
शशि थरूर ने पोस्ट किया
इससे पहले, शशि थरूर ने केरल पहुंचने पर पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर स्वागत किया। थरूर ने अपने ट्वीट में लिखा, "दिल्ली में उड़ान में देरी के बावजूद, मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र में पीएम का स्वागत करने के लिए समय पर तिरुवनंतपुरम पहुंच गया।" यह छोटा सा क्षण इस बात का भी प्रतीक था कि राजनीतिक मतभेदों के बावजूद लोकतांत्रिक मर्यादा और औपचारिकताएं बरकरार हैं। विझिनजाम बंदरगाह का उद्घाटन केरल के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था। यह बंदरगाह न केवल भारत के समुद्री व्यापार को गति देगा बल्कि केरल को वैश्विक शिपिंग मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान भी दिलाएगा। अडानी समूह द्वारा विकसित इस परियोजना के बारे में पीएम मोदी ने कहा, "यह बंदरगाह भारत के विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।" इस आयोजन ने न केवल बंदरगाह के महत्व को रेखांकित किया बल्कि भारतीय राजनीति के रंगीन पहलुओं को भी उजागर किया। एक तरफ विकास की गूंज थी, तो दूसरी तरफ राजनीतिक ताने और हल्के-फुल्के व्यंग्य ने माहौल में उत्साह भर दिया। यह दिन निश्चित रूप से केरल के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो जाएगा और शायद कुछ लोगों की रातों की नींद भी उड़ा देगा, जैसा कि पीएम मोदी ने मजाकिया अंदाज में कहा।