जालंधर से अगवा वकील केस में बड़ी कामयाबी, आरोपी कच्छ से पकड़ा गया
पंजाब के जालंधर में परागपुर से 19 अप्रैल की रात एक 44 साल के वकील संजीव कुमार और उसकी महिला दोस्त अंजू पाल के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया था. दोनों का अपहरण परागपुर के पास एजीआई इमारत में सातवीं मंजिल पर फ्लैट नंबर-711 (ई) रहते थे. अब इस मामले को कपूरथला पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी को गुजरात के कच्छ से गिरफ्तार किया है.
आरोपी की पहचान हरविंदर सिंह बिंदर के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि बंदिर दो महीने पहले पैरोल पर जेल से बाहर आया था. उसने 13 साल पहले 1 फरवरी 2012 की रात लुधियाना के गोल्फ लिंक स्थित फार्म हाउस में मोगा में तैनात रहे डीएसपी बलराज सिंह गिल और उनकी महिला मित्र मोनिका कपिला की हत्या कर दी थी.
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने क्या बताया
डीएसपी बलराज सिंह गिल और मोनिका कपिला की हत्या करने की वजह से वो डबल उम्र कैद की सजा काट रहा है. बिंदर को 23 अप्रैल को जेल वापस जाना था, लेकिन उसने जेल जाने से पहले एक और डबल मर्डर कर दिया. पुलिस ने जब पूछा बिंदर से पूछा कि संजीव और अंजू कहां हैं, तो आरोपी ने बताया कि उसने उन दोनों की हत्या कर दी. जब पुलिस ने दोनों की लाशों के बारे में पूछा तो उसने कहा कि चिंता क्यों कर रहे हो. लुधियाना में बता दूंगा.
इसलिए की हत्या
पुलिस ने पहले ही लुधियाना में मृतक संजीव कुमार की कार बरामद कर ली है. बिंदर ने कहा कि उसने जेल में चिट्टा बेचा और अंजू को अपनी कमाई देता रहा. आरोपी ने बताया कि अंजू संतोषपुरा में रहती थी, लेकिन उसके पैसा भेजने के बाद उसने प्लैट खरीद लिया, लेकिन फिर उससे किनारा कर लिया और अब वकील के साथ रहने लगी थी. आरोपी ने बताया कि उसे यह बर्दाश्त नहीं हुआ. इसलिए उसने दो दोस्तों के साथ मिलकर दोनों की हत्या कर दी.