पर्यावरण संरक्षण या मानवीय संकट? चंदोला झील के नाम पर अहमदाबाद में 3000 घर जमींदोज

गुजरात के अहमदाबाद जिले के चंदोला झील क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ का काम किया जा रहा है. इस अभियान में झील के आसपास और अंदर अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया जा रहा है. जिला प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक, मकान, दुकानें और अन्य संरचनाओं सहित लगभग 3000 अवैध निर्माणों क ध्वस्त किया जाएगा. यह ऑपरेशन एक लाख वर्ग फीट से अधिक क्षेत्र में चलाया जा रहा है.
बता दें कि यह ध्वस्तीकरण कार्य चंदोला झील के सौंदर्यीकरण के तहत किया जा रहा है. भविष्य में झील के सौंदर्यीकरण के लिए और अधिक कार्य किया जाएगा. यह कार्रवाई शहर के पर्यावरण और झील के जल स्तर को सुधारने के लिए की जा रही है. अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि इस अभियान के दौरान प्रभावित लोगों का उचित पुनर्वास किया जाएगा.
चंडोला झील का होगा सौंदर्यीकरण
अहमदाबाद शहर में चंदोला झील पर चल रहा विध्वंस कार्य एक महत्वपूर्ण कदम है. यह कार्य झील के पर्यावरण को बेहतर बनाने और इसे उसके मूल स्वरूप में वापस लाने के लिए किया जा रहा है. कई वर्षों से चंदोला झील के आसपास अवैध निर्माण किए गए, जिससे झील का पानी प्रदूषित हो गया और आसपास के पर्यावरण को नुकसान पहुंचा.
इस ध्वस्तीकरण अभियान में 3000 से अधिक अवैध ढांचों को ध्वस्त किया जा रहा है, जिनमें मकान, दुकानें और अन्य ढांचे शामिल हैं. इस कार्य से एक लाख वर्ग फीट से अधिक क्षेत्र खुल जाएगा. यह कार्य राज्य सरकार के निर्देश पर निगम द्वारा किया जा रहा है. इस प्रक्रिया में सबसे पहले झील में बने अवैध ढांचों को ध्वस्त किया जा रहा है.
3000 से अधिक अवैध निर्माण हटाए जाएंगे
इस कार्रवाई के बाद झील के सौंदर्यीकरण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इसमें झील के चारों ओर उद्यान बनाना, पानी को शुद्ध करने की व्यवस्था करना और झील की सुंदरता बढ़ाने के लिए अन्य कार्य शामिल होंगे. इस कार्य के पूरा होने के बाद चंदोला झील पहले से भी अधिक सुंदर और स्वच्छ नजर आएगी. साथ ही शहरवासियों के लिए आकर्षक स्थल बन जाएगी. सरकार आश्वासन दे रही है कि प्रभावित लोगों को उचित पुनर्वास मिलेगा. इस ध्वस्तीकरण कार्य से शहर के पर्यावरण और नागरिकों के जीवन में सुधार आएगा.