नई दिल्ली । पिछले दो महीने से ज्यादा समय से दक्षिण भारत में कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी के बाद अब उत्तर भारत के कुछ राज्यों में कोविड संक्रमण में वृद्धि के संकेत मिले हैं। मई 2023 के बाद पांच मार्च को पहली बार दिल्ली में दैनिक मरीजों की संख्या 50 के पार पहुंच गई। कोरोना मामलों में बढ़ोतरी के संकेत विगत मार्च में शुरू हुआ था। अप्रैल के मध्य में चरम पर पहुंच गया। 19 अप्रैल को भारत में 12,500 से अधिक मामले दर्ज किए गए थे। इस बार ठंड की शुरुआत यानी (दिसंबर-जनवरी) कोरोना के मामले फिर से बढ़े, लेकिन मरीजों की संख्या बहुत कम थी। इस वृद्धि के दौरान सबसे अधिक दैनिक गिनती 30 दिसंबर को पूरे भारत में 841 दर्ज की गई थी। उस समय कोविड के अधिकांश मामले केरल सहित दक्षिण भारतीय राज्यों से रिपोर्ट किए जा रहे थे। अब कोविड केस उत्तर भारत के कुछ राज्यों में बढ़ रहे हैं। दिल्ली और राजस्थान के अलावा यूपी और बिहार में भी संख्या बढ़ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक यूपी में 20 जनवरी से 4 फरवरी तक 15 दिनों की अवधि में सिर्फ 12 मामले दर्ज किए गए। अगले पखवाड़े (4 फरवरी-19 फरवरी) में यह बढ़कर 36 हो गया। फरवरी 19 से मार्च 5 के बीच 164 तक पहुंच गया। इसी तरह बिहार में पिछले पखवाड़े में पाए गए मामले 14 से बढ़कर 103 हो गए हैं। इसके उलट, कर्नाटक में जहां हाल ही में मामले बढ़े थे, संक्रमण कम होता दिख रहा है। नवीनतम 15 दिन की अवधि में 959 से कम, 268 नए मामले दर्ज किए गए। हालांकि, महाराष्ट्र में पिछले तीन पखवाड़े में मामलों की संख्या कमोबेश स्थिर रही है। कोविड विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले दो पखवाड़े के दौरान संक्रमण में बढ़ोतरी सामान्य और अपेक्षित है। वर्तमान में उत्तरी राज्यों में फैल रहे वायरस स्ट्रेन के बारे में कोई जानकारी नहीं है।