नई दिल्ली । बेगमपुर थाना क्षेत्र से बीते 20 फरवरी को बच्चा बेचने वाले गिरोह के चंगुल से बचाई गई 14 दिन की एक नवजात बच्ची के मामले में नया मोड़ आ गया है। पंजाब की रहने वाली एक महिला ने दावा किया है कि वह इस बच्ची की सगी मां है, इस महिला के दावे को पुख्ता करने के लिए दिल्ली पुलिस जल्द ही महिला का डीएनए टेस्ट करा सकती है। इसके लिए पुलिस अदालत जाएगी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दावा करने वाली महिला से ही आरोपितों ने बच्ची को खरीदा था। अभी वह महिला बीमार चल रही है। पुलिस इसपर नजर बनाई हुई है, आरोप साबित होने पर सगी मां का दावा करने वाली महिला को भी पुलिस गिरफ्तार कर सकती है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि बीते 20 फरवरी को बचाई गई बच्ची को पंजाब के अबोहर से तस्करी कर लाया गया था। इस मामले में जिन लोगों को पकड़ा गया है, उन्होंने पुलिस पूछताछ में बताया कि पंजाब में रहने वाली एक महिला से इस बच्ची को 50 हजार रुपये में खरीदी थी। जब पुलिस महिला के घर पहुंची, तो वह बीमार थी। उस महिला ने माना कि वह उसकी बच्ची है, लेकिन महिला ने किसी अज्ञात को बच्ची को गोद दे दिया। इस बीच पुलिस सूत्रों का कहना है कि अभी तक के जांच में पता चला है कि जो महिला बच्ची की सगी मां का दावा कर रही है, उसी ने इस बच्ची को बेचा है। फिलहाल पुलिस महिला के स्वस्थ होने का इंतजार कर रही है। फिर महिला से पूछताछ करेगी। अगर इस महिला पर आरोप सबाति होता है तो, इसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाकई दावा करने वाली महिला सच बोल रही है, इसके दावे की जांच करने के लिए बच्ची और महिला का डीएनए टेस्ट कराने की अनुमति के लिए अदालत का रुख करेंगे। ताकि यह पता चल सके कि उनका खून का रिश्ता है या नहीं।