हैदराबाद । तेलंगाना में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी को विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किए जाने के विरोध में सभी आठ भाजपा विधायकों ने 9 दिसंबर को शपथ ग्रहण की कार्यवाही का बहिष्कार किया था। उन्होंने राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन के पास शिकायत भी दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया कि ओवैसी की नियुक्ति मानदंडों का उल्लंघन है, क्योंकि विधानसभा में अन्य सदस्य भी उनसे वरिष्ठ थे। हालांकि गुरुवार को प्रसाद कुमार को स्पीकर के रूप में निर्वाचित घोषित किए जाने और बाद में कुर्सी संभालने के बाद ही भाजपा विधायकों ने सदन में प्रवेश किया और शपथ ली। 
गुरुवार को नए अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा करने से पहले, प्रोटेम स्पीकर ने उन सदस्यों को शपथ दिलाई, जो नौ दिसंबर के समारोह में शामिल नहीं हो सके। इनमें मंत्री कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी और एन उत्तम कुमार रेड्डी, भारत राष्ट्र समिति के विधायक कादियाम श्रीहरि, केटी रामा राव, पदी कौशिक रेड्डी, के प्रभाकर रेड्डी, टी पद्मा राव और पी राजेश्वर रेड्डी सहित कुछ अन्य विधायकों ने भी शपथ ली।
भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने बाद में संवाददाताओं से कहा, “हम अपने फैसले पर कायम रहे कि हम सदन में तब तक प्रवेश नहीं करेंगे जब तक अकबरुद्दीन ओवैसी कुर्सी पर होंगे। इसलिए, प्रसाद कुमार द्वारा अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद ही हमने शपथ ली।” राजा सिंह ने कहा कि भाजपा एक जिम्मेदार विपक्षी दल के रूप में प्रभावी भूमिका निभाएगी और कांग्रेस सरकार को तब तक घेरती रहेगी जब तक कि वह चुनाव से पहले किए गए छह गारंटियों को पूरा नहीं कर लेती।
इस बीच, सभी राजनीतिक दलों के सदस्यों ने प्रसाद कुमार को तीसरी विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में कुर्सी संभालने पर बधाई दी। नवनिर्वाचित स्पीकर को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने स्पीकर के सर्वसम्मति से चुनाव के लिए बीआरएस, एआईएमआईएम और सीपीआई सहित सभी दलों के सदस्यों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सदस्यों ने चुनाव के लिए परोक्ष रूप से अपना समर्थन भी दिया है।
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव ने कहा कि उनकी पार्टी के अध्यक्ष और विपक्ष के नेता के चंद्रशेखर राव ने प्रसाद कुमार को अध्यक्ष पद पर नामित करने के कांग्रेस के प्रस्ताव को तुरंत स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि स्पीकर तेलंगाना विधानसभा में अपने पूर्ववर्तियों एस मधुसूदन चारी और पोचारम श्रीनिवास रेड्डी द्वारा स्थापित मूल्यों को बरकरार रखेंगे।