नई दिल्ली । राजधानी में प्रदूषण के स्तर में थोड़ा सुधार हुआ है। इस वजह से तीन दिनों बाद शनिवार को हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी से नीचे आ गई लेकिन अब भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार अगले छह दिनों तक हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में ही बनी रहेगी। इसलिए फिलहाल हवा की गुणवत्ता पहले की तरह गंभीर श्रेणी में पहुंचने की आशंका नहीं है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली का एयर इंडेक्स रहा 319 रहा जो बेहद खराब है। एक दिन पहले एक दिन पहले दिल्ली का एयर इंडेक्स गंभीर श्रेणी में 405 रहा था। हवा की दिशा अभी पराली का धुआं दिल्ली पहुंचने के अनुकूल नहीं है। वैसे दिन में ज्यादातर समय हवा शांत बनी रही। इससे ठंड और कोहरा भी कम रहा। इन तमाम कारणों से एयर इंडेक्स में 86 अंकों की गिरावट हुई। लेकिन यह राहत पर्याप्त नहीं है। फरीदाबाद व गुरुग्राम में भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब रही। इस वजह से इन दोनों शहरों में एयर इंडेक्स क्रमश: 309 व 322 दर्ज किया गया। गाजियाबाद का एयर इंडेक्स 276, ग्रेटर नोएडा का 228 और नोएडा का एयर इंडेक्स 286 रहा। इस वजह से इन तीनों शहरों में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही। एनसीआर के प्रमुख शहरों में नोएडा में प्रदूषण सबसे कम रहा। दिल्ली सरकार और आइआइटी कानपुर द्वारा संचालित आर-आसमान पोर्टल के अनुसार दिल्ली के प्रदूषण में वाहनों की हिस्सेदारी 33 प्रतिशत, पराली, लकड़ी प पत्तियों जैसे बायोमास जलाने के कारण होने वाले धुएं की हिस्सेदारी 14 प्रतिशत, सेकेंडरी एरोसोल की हिस्सेदारी 38 प्रतिशत, कोल एवं फ्लाई ऐश की हिस्सेदारी चार प्रतिशत और अन्य की हिस्सेदारी सात प्रतिशत रही।