नई दिल्ली । दिल्ली की आबोहवाल में शुक्रवार की तुलना में आंशिक सुधार के बावजूद अब भी प्रदूषण का स्तर लगभग गंभीर श्रेणी में ही बनी हुई है। शनिवार को भी राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक लगभग गंभीर श्रेणी के आसपास है। यानी दिल्ली की हवा आज भी जहरीली ही है। शनिवार को दिल्ली में औसत एक्यूआई 398 दर्ज किया गया। दिल्ली के गाजीपुर इलाके में भी वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में है। सीपीसीबी के मुताबिक अगले दो दिनों के दौरान प्रदूषण का स्तर और ज्यादा खराब होने की संभावना है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी ) के मुताबिक द्वारका, सेक्टर आठ, आईजीआई हवाई अड्डा, आरके पुरम, ओखला फेज टू, आनंद  विहार, मयूर वि​हार, सोनिया विहार, मुंडका, नरेला, बवाना जैसी जगहों पर सुबह 6 बजे एक्यूआई का आंकड़ा 400 के आसपास दर्ज किया गया। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के मुताबिक शुक्रवार को औसत एक्यूआई शाम 4 बजे 405 दर्ज किया गया था। शनिवार सुबह 6 बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 398 दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसान आरके पुरम में एक्यूआई 396, न्यू मोती बाग में 350, आईजीआई एयरपोर्ट इलाके में 465 और नेहरू नगर में 416 दर्ज की गई। गुरुवार को राजधानी का एवरेज एक्यूआई 419 था।  बुधवार को यह 401, मंगलवार को 397 और  सोमवार को 358 दर्ज किया गया था। दीपावली के बाद फिर से दिल्ली की आबोहवा नियमित रूप से खराब श्रेणी में है। इस बीच एनजीटी ने हवा की गुणवत्ता में सुधार की कमी का हवाला देते हुए शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में अधिकारियों को वायु गुणवत्ता सूचकांक को सुधारने के लिएं सख्ती से ग्रैप 4 के मानकों को लागू करने के निर्देश दिए हैं। एनजीटी के आदेश में कहा गया कि पहले बताए गए उपायों से विभिन्न राज्यों में वायु गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार नहीं हुआ। एनजीटी ने ट्रिब्यूनल ने संबंधित अधिकारियों से रणनीतियों का फिर से मूल्यांकन करने को कहा। ट्रिब्यूनल के निर्देशों के मुताबिक 20 नवंबर तक ताजा कार्रवाई रिपोर्ट आने की उम्मीद है। बता दें कि एक्यूआई शून्य से 50 के बीच अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 450 के बीच गंभीर माना जाता है। एक्यूआई के 450 से ऊपर हो जाने पर इसे अति गंभीर श्रेणी में माना जाता है।