बिहार में आरा से लेकर औरंगाबाद तक सोन नदी के बालू खनन से जुड़ी गड़बड़ी में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने एक बार फिर से गुरुवार की सुबह छापेमारी शुरू की। ईडी की टीम ने इससे पहले भी धनबाद में छापेमारी कर चुकी है। बालू खनन से जुड़ी ब्राडसन कमोडिटी प्राइवेट लिमिटेड व मोर मुकुट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड ईडी की जांच के दायरे में है।

ईडी ने की है इन दोनों की 

छापेमारी मोर मुकुट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के साझेदार सुरेंद्र जिंदल और मिथलेश सिंह के आवास तथा कार्यालय पर हो रही है।

इस मामले में धनबाद के बालू कारोबारी जगनारायण सिंह उर्फ जगन सिंह और उनके पुत्र सतीश सिंह को ईडी ने पटना से गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बिहार की औरंगाबाद पुलिस ने भी इस मामले में इन सब पर प्राथमिकी दर्ज की है।

250 करोड़ का है बालू घोटाला

बिहार ईडी की टीम जिस बालू घोटाले की जांच धनबाद में कर रही है वह करीब 250 करोड़ रुपए का है। सबसे पहले वर्ष 2022 में आयकर विभाग की टीम ने ब्राडसन कंपनी के निदेशकों के ठिकाने पर छापेमारी कर करोड़ों की टैक्स चोरी का खुलासा किया था। इसकी जांच में पीएमएलए का मामला सामने आने के बाद इस मामले को ईडी ने अपने पास दर्ज कराते हुए जांच शुरू कर दी।

धनबाद सहित 24 ठिकानों पर ईडी ने मारी थी रेड

ईडी ने इसी साल पांच जून को धनबाद के 11 सहित हजारीबाग, बिहार और बंगाल में 24 ठिकानों पर छापेमारी की थी।

धनबाद में बालू खनन से जुड़ी ब्राडशन कमोडिटी प्राइवेट लिमिटेड व मेसर्स आदित्य मल्टीकाॅम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक पुंज सिंह, कंपनी के साझीदार सुरेंद्र जिंदल और मिथिलेश सिंह की नींद उड़ गई थी।

इसी मामले में कुछ कागजात मिलने के कारण ईडी ने बिल्डर रितेश शर्मा के घर में भी रेड की थी।

हजारीबाग में झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) के पूर्व सचिव संजय सिंह के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई थी। पटना, आरा, औरंगाबाद, डेहरी व कोलकाता मेंभी ईडी ने छापेमारी की थी।