नई दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के 500 मीटर के दायरे में हुए एक सर्वे में हैरान करने वाले तथ्य सामने आए हैं। एम्स के आसपास के मार्गों से हर दिन 1.31 लाख से अधिक वाहन गुजरते हैं। एम्स के आसपास अतिक्रमण व पार्किंग के कारण पूरे इलाके में भारी यातायात रहता है। इस वजह से यहां से गुजरने वाले वाहन निर्धारित 60 किलोमीटर प्रति घंटा की गति सीमा से भी धीमे चलते हैं। इससे वायु प्रदूषण होता है, जिसका सीधा असर लोगों की सेहत पर पड़ता है। स्कूल आफ प्लानिंग व आर्किटेक्चर (एसपीए) की ओर से हाल में एम्स के आसपास किए गए सर्वे में कुछ ऐसी स्थिति सामने आई है। एसपीए ने यह सर्वे वायु प्रदूषण की शिकायत पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की ओर से गठित की गई संयुक्त कमेटी के आदेश पर किया है। एम्स के आसपास अतिक्रमण, पार्किंग व जाम के कारण होने वाले वायु प्रदूषण को लेकर एनजीटी के आदेश पर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव प्रशांत गर्गवा की अध्यक्षता में बैठक के बाद कमेटी ने इलाके का सर्वे एसपीए से कराने का निर्णय लिया था। सर्वे में यह सामने आया कि एम्स के गेट नंबर-2 पर साउथ एक्सटेंशन फ्लाईओवर से सफदरजंग अस्पताल की तरफ 51 हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं।

वाहनों में 46 प्रतिशत वाहन रहते हैं चार पहिया

इसमें से 32 प्रतिशत वाहन चार पहिया होते हैं। इस गेट पर यातायात का सर्वाधिक दबाव सुबह आठ से 11 बजे और अपराह्न तीन बजे से शाम छह बजे तक रहता है, वहीं दूसरी तरफ इस गेट पर सफदरजंग अस्पताल से साउथ एक्सटेंशन फ्लाईओवर की तरफ करीब 27,000 वाहन गुजरते हैं। यहां पर सुबह 11 से दोपहर 12 बजे के बीच यातायात का सर्वाधिक दबाव रहता है। यहां से गुजरने वाले वाहनों में 46 प्रतिशत वाहन चार पहिया रहते हैं साथ ही एम्स के गेट नंबर-3 के पास फुट ओवरब्रिज पर आइआइटी फ्लाईओवर की तरफ लगभग 29,000 वाहन गुजरते हैं। इसमें 48 प्रतिशत वाहन चार पहिया होते हैं। यहां पर यातायात का सर्वाधिक दबाव सुबह नौ बजे से 10 बजे के बीच होता है, वहीं अरबिंदो मार्ग पर किए गए सर्वे में करीब 24,000 वाहन गुजरते हैं और इस मार्ग से गुजरने वाले वाहनों में सर्वाधिक 46 प्रतिशत वाहन चार पहिया हैं।

एमजी व रिंग रोड पर तय गति सीमा से भी धीमे चलते हैं वाहन

सर्वे में यह भी सामने आया कि महात्मा गांधी रोड पर चार पहिया वाहन चलने की निर्धारित गति सीमा 60 किमी प्रति घंटा है, जबकि यातायात के भारी दबाव के कारण इस मार्ग पर वाहन 3.5 किमी प्रति घंटा से 50 किमी प्रति घंटा ही है। एम्स के गेट नंबर छह से गेट नंबर दो के बीच सबसे ज्यादा धीमा यातायात पाया गया। सर्वे में इसका संभावित कारण एम्स के गेट नंबर-2 के सामने बस स्टाप को बताया गया है, क्योंकि वहां पर बस रुकने के बाद थोड़ा दाहिनी तरफ एमजी रोड रिंग रोड पर जाती है, वहीं कुछ वाहन अरबिंदो मार्ग पर जाने के लिए बाएं जाते हैं। सर्वे के दौरान महात्मा गांधी व रिंग रोड की सड़कें टूटी मिलीं और कुछ क्षेत्र में इसके मरम्मत करने की जरूरत है। इसके साथ ही सर्विस रोड के किनारों पर भारी धूल है और वाहनों के गुजरने पर धूल के कण हवा में मिलते हैं।