करौली। हमारे देश की बेटियां हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर रही हैं। चाहे वह राजनीति हो, खेल हो या फिर देश की सीमा की सुरक्षा। देश के विकास में बेटियां हर क्षेत्र में बेटों की बराबरी कर रही हैं। दुर्भाग्य की बात यह है कि आज भी कुछ लोग बेटियों को उपेक्षित नजरों से देखते हैं। जिसके लिए कई संस्थाएं और सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान से ऐसी मानसिकता के लोगों को जागरूक करती है। यही जागरूकता करौली में रंग लाई है। जिसके कारण करौली जिले में जनवरी माह में 989 लड़कियों का जन्म हुआ है। 
  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दिनेश मीणा के मुताबिक अप्रैल से सितंबर 6 माही में यह लिंगानुपात 899 पर था। जन जागरूकता गतिविधियों के आयोजन और पीसीपीएनडीटी अधिनियम की पालना की सख्ती ने लिंगानुपात को बढ़त दिलाई है। उन्होंने बताया कि पिछले रिकॉर्ड तोड़कर जनवरी माह में लिंगानुपात 989 पर पहुंचा है। यह बढ़त नवंबर माह से लिंगानुपात 899 से शुरू हुई है जो दिसंबर में 955 पर पहुंची। लिंगानुपात का आंकड़ा अप्रैल से सितंबर के दौरान 899 पर रहा जो अक्टूबर से जनवरी के दौरान 928 पहुंच गया। जिससे जिला लिंगअनुपात में राज्य स्तर से समानता दर्ज कराने में सफल रहा।