पंजाब में स्वच्छ और प्राकृतिक ऊर्जा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए पंजाब सरकार राज्य की सभी सरकारी इमारतों को सोलर पैनलों से लैस करने पर विचार कर रही है। पंजाब के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा ने बताया कि उन्होंने इस संबंधी सभी विभागों के प्रमुखों को पत्र लिखा है। इस पत्र में रिन्यूएवल एनर्जी सर्विसेज कंपनी (रेस्को) मोड के अंतर्गत दफ्तरों की इमारतों की छतों पर सोलर फोटोवोल्टिक (पीवी) पैनल लगाने के लिए उनकी सहमति मांगी गई है। मंत्री की ओर से विभागों के प्रमुखों को पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (पेडा) के साथ तालमेल करने के लिए अपने विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अफसर के तौर पर नियुक्त करने की हिदायत दी गई है, जिससे संबंधित विभागों की इमारतें को सौर ऊर्जा से लैस करने संबंधी प्रक्रिया को सुचारु बनाया जा सके। 

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पेडा द्वारा पहले ही विभिन्न सरकारी इमारतों की छतों पर कुल 88 मेगावाट क्षमता वाले सोलर पीवी सिस्टम लगाए जा चुके हैं। यह कदम प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से अनेकों लोगों को रोजगार मुहैया करवाने में सहायक होगा।  यह अधिक लोड वाले बिजली वितरण के नेटवर्क को राहत प्रदान कर बिजली घाटे को पूरा करने में भी मदद करेगा। इसके साथ ही सरकार पर बिजली के खर्च का बोझ भी घटेगा। इस तरह यह ऊर्जा का मुहैया करवाने का अधिक सुचारु साधन है। 

अमन अरोड़ा ने कहा कि यह प्रोजेक्ट प्राकृतिक ऊर्जा के प्रयोग से बिजली उत्पादन के पारंपरिक तरीकों के विकल्प के रूप में साफ और स्वच्छ ऊर्जा को अपनाते हुए पर्यावरण को सुरक्षित रखने में सहायक होगा, जिससे राज्य के बिजली सेक्टर को डीकार्बोनाइज करने में मदद मिलेगी। सोलर पीवी के फायदों के चलते यह अक्षय ऊर्जा का सबसे पसंदीदा स्रोत बन गया है।