भोपाल ।   कर्नाटक में कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में कट्टरपंथी इस्‍लामिक संगठन पीएफआइ के साथ बजरंग दल पर भी प्रतिबंध लगाने की बात पर मध्‍य प्रदेश में भी सियासी रार थमने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार को प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा ने इस मुद्दे पर कमल नाथ को पत्र लिखकर जवाब मांगा था। इस पर कमल नाथ ने दमोह के जबेरा में पत्रकारों से बातचीत में अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि समाज में नफरत या विवाद फैलाने वाले व्‍यक्‍तियों या संगठन पर लगाम कसने की बात तो सुप्रीम कोर्ट भी कह चुकी है। उनके इस बयान पर नरोत्‍तम ने गुरुवार को पलटवार किया। नरोत्‍तम ने कमल नाथ के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि हम खेत की बात करते हैं और उन्‍होंने खलिहान की बात शुरू कर दी। हमने बजरंग दल को लेकर सवाल पूछा था और फिर सुप्रीम कोर्ट ने बजरंग दल के बारे में ऐसा कब कहा। इसके साथ-साथ नरोत्‍तम ने दिग्‍विजय सिंह पर भी तंज कसा। नरोत्‍तम ने कहा कि दिग्‍विजय सिंह को पूरा देश जानता है कि वह हेट स्‍पीच के चलते-फिरते इनसाइक्‍लोपीडिया हैं।

मल्‍लिकार्जुन खरगे 'खड़ाऊ' अध्‍यक्ष

नरोत्‍तम यहीं नहीं रुके। उन्‍होंने कांग्रेस के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष मलिल्‍लकार्जुन खरगे पर भी निशाना साधा। नरोत्‍तम ने कहा कि मल्‍लिकार्जुन खरगे तो 'खड़ाऊ' अध्‍यक्ष हैं। कांग्रेस पार्टी में जो भी निर्णय लेने होते हैं, वो राहुल गांधी लेते हैं, सोनिया व प्रियंका गांधी वाड्रा लेती हैं।