जयपुर। राजस्थान के अलवर जिले में छह साल पहले दो बहनों से किए गए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में चार आरोपितों को आजीवन कारावास और 70-70 हजार रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई गई है। अलवर जिला पाक्सो न्यायालय ने सजा सुनाते हुए कहा, चारों आरोपितों ने घिनौना काम किया है।

पूरे परिवार को बना लिया था बंधक

न्यायालय के विशिष्ट लोक अभियोजक रोशन दीन खान ने बताया कि 21 जुलाई,2017 की देर रात चारों आरोपित बहरोड़ क्षेत्र में राजमार्ग के निकट एक घर में जबरन घुसे। आरोपितों ने घर के मालिक दंपति, उनके एक बेटे और दो बेटियों को रस्सी से बांधकर बंधक बना लिया।

आरोपितों ने दंपति और उनके बेटे को दूसरे कमरे में बंद कर दिया । उसके बाद दोनों बेटियों के साथ जबरन दुष्कर्म किया। इस दौरान दोनों बहनें चिल्लाती रही। आरोपितों ने उनके साथ मारपीट भी की। आरोपित ने घर में रखे 70 हजार रूपये और करीब पांच लाख रुपये के जेवरात लूटकर फरार हो गए।

6 साल बाद आया फैसला

आरोपितों के फरार होने के बाद दोनों बहनों ने दूसरे कमरे में बंद माता-पिता और भाई को बाहर निकालकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। इस पर अगले दिन बहरोड़ पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। जांच के बाद पुलिस ने राजवीर,धर्म,मुन्ना एवं विनय को गिरफ्तार किया था। उसके बाद से मामला न्यायालय में लंबित था। सुनवाई चल रही थी। अब न्यायाधीश ने फैसला सुनाया है।

जानकारी के अनुसार चारों आरोपित हरियाणा और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के हार्डकोर बदमाश हैं। इनके खिलाफ मारपीट,लूटपाट सहित कई मामले विभिन्न पुलिस थनों में दर्ज हैं। चारों पूर्व में कई बार जेल में बंद रह चुके हैं।