गढ़वा। गढ़वा बाइपास सड़क का निर्माण विभिन्न चुनावों का मुख्य मुद्दा रहा है। नगर निकाय चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव व लोकसभा चुनाव में यह मुद्दा हावी रहा है। यूं कहे तो निर्वाचन के मौसम में गढ़वा बाइपास का मुददा चुनावी बवंडर उठाता रहा है। पक्ष व विपक्ष हमेशा इसे भुनाते रहे तथा कई चुनावों में प्रत्याशियों ने बाइपास के नाम पर वोट भी मांगे। लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही एक बार फिर से यह चुनावी मुद्दा बनने को बेताब है।

बाईपास से मिलेगी सड़क जाम से मुक्ति

मालूम हो कि गढ़वा जिला उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार की सीमा पर स्थित है। झारखंड समेत इन राज्यों से बड़ी संख्या में भारी व छोटे बड़े वाहन गढ़वा से होकर गुजरते हैं। बाइपास सड़क नहीं होने के कारण सभी वाहनों को जिला मुख्यालय गढ़वा के मुख्य पथ से होकर गुजरना पड़ता है।

जिसके कारण प्रतिदिन वाहनों की लंबी कतार लगती है तथा गढ़वा शहर की यातायात व्यवस्था लगभग थम सी जाती है। सड़क जाम के कारण लोगों को विभिन्न प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिसके कारण लंबे समय से बाइपास सड़क निर्माण की मांग उठती रही है। 

गढ़वा बाइपास सड़क को ले अचला कब्रिस्तान के समीप किया जा रहा फ्लाईओवर का निर्माण

अब फ्लाईओवर का हो रहा निर्माण

गढ़वा बाइपास सड़क का निर्माण 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। मगर निर्माण के दौरान गढ़वा प्रखंड के अचला में कब्रिस्तान आ जाने कारण काम रोकना पड़ा। कब्रिस्तान को बचाने के लिए लोगों ने आंदोलन करना पड़ा।

मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर समेत अन्य नेताओं ने इसके लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से फ्लाइओवर बनाने की मांग की। गडकरी ने लोगों की समस्या समझी तथा फ्लाइओवर निर्माण को स्वीकृति प्रदान कर दी गई। जिसके बाद उक्त स्थल पर फ्लाईओवर का निर्माण शुरू दिया गया है। इस वर्ष निर्माण पूर्ण होने की संभावना है तथा लोगों को सड़क जाम से निजात मिल सकेगी।

यह तेरा बाइपास यह मेरा बाइपास, इससे है जनता को आस

चूंकि गढ़वा बाइपास सड़क निर्माण मुख्य चुनावी मुद्दा रहा है इसलिए इसका निर्माण शुरू होते ही पक्ष व विपक्ष में श्रेय लेने की होड़ मचती रही है। सांसद विष्णुदयाल राम, भाजपा नेताओं द्वारा लगातार लोगों को यह समझाने का प्रयास किया जाता रहा है कि यह केंद्र सरकार की योजना है तथा राज्य में सत्ताधारी दल के लोग केंद्र के काम को अपना बताने में लगे हैं।

सांसद विष्णुदयाल राम कहते हैं कि उनके प्रयास के कारण आज गढ़वा बाइपास निर्माण पूर्णता के कगार पर है वरना इसका निर्माण शुरू ही नहीं हो पाता। वहीं मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के समर्थक बाइपास निर्माण मंत्री की पहल से शुरू होने की बात कहते रहे हैं।

मंत्री मिथिलेश का भी कहना है कि बाइपास सड़क निर्माण के लिए वह लगातार प्रयासरत रहे हैं। जब कब्रिस्तान पर फ्लाइओवर बनाने की बात आई तो मैंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर समस्या का समाधान कराया। अन्यथा यह कार्य अधर में लटक जाता।