रायपुर ।    छत्‍तीसगढ़ में एक बार फिर ईडी की कार्रवाई को लेकर मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र पर निशाना साधा है।किसान, व्यापारी, नेता, अधिकारी, सब पर ईडी छापा मारती है, लेकिन अडानी पर ईडी छापा नहीं मारती है। नान घोटाला, चिटफंड और महादेव एप पर कार्रवाई नहीं करती है, क्‍योंकि इसमें भाजपा नेताओं के नाम हैं। भाजपा के राष्‍ट्रीय नेताओं के इशारे पर यह सब किया जा रहा है। ईडी को निष्‍पक्ष होना चाहिए। मुख्‍यमंत्र भूपेश बघेल लखनऊ के लिए रवाना होने से पहले एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में यह बातें कहीं। अमित शाह के शब्दों में क्रोनोलाजी समझिए। राहुल गांधी के बोलने के सवाल के बाद मुकदमा दर्ज हो जाता है। अडानी के खिलाफ जांच की मांग कर रहे हैं तो भाजपा के लोग कहते हैं कि हमारे खिलाफ कार्रवाई है। क्या अडानी ही भाजपा है। हालांकि हिडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी ने खुद कहा था, यह भारत पर हमला है। इसका मतलब क्‍या समझा जाए।

भाजपा के आरोपों का सीएम बघेल ने दिया जवाब

छत्तीसगढ़ में 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की घोषणा को लेकर भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए सीएम बघेल ने कहा, किसानों की मांग पर हमने यह घोषणा की है। किसानों की राशि को भाजपा रेवड़ी कहती है। भाजपा किसान विरोधी है, जनता इन्‍हें सबक सिखाएगी।

भाजपा का आरोप

छत्तीसगढ़ में 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की घोषणा के बाद पक्ष-विपक्ष के बीच तकरार जारी है। भाजपा ने सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदेश में प्रति एकड़ धान की उत्पादकता की तुलना मेें ज्यादा खरीदी का वादा किया गया है। यह किसानों के लिए लागू राजीव गांधी न्याय योजना नहीं वरन तस्कर अन्याय योजना है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा मेें घोषणा की थी कि इस वर्ष से किसानोें का प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदा जाएगा।