मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी वीडियो लीक कांड को लेकर पूरी कहानी सामने आ गई है। शक के बाद लड़की को पकड़ा गया तो उसने अश्लील फोटो और वीडियो डिलीट कर दिए। जब हॉस्टल प्रबंधन ने लड़की के मोबाइल से उसके साथी लड़के को मैसेज कर सवाल पूछा तो उसने अश्लील वीडियो का स्क्रीनशॉट भेज दिया। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में आरोपी छात्रा और उसके शिमला के साथी सन्नी पर IPC की धारा 354-C और IT एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।

इस केस में दर्ज पुलिस FIR के अनुसार, शनिवार शाम 3 बजे कुछ लड़कियां हॉस्टल वार्डन राजविंदर कौर के पास पहुंचीं। उन्होंने शक जताया कि आरोपी छात्रा वाशरूम में 6 लड़कियों का वीडियो बना रही थी। वार्डन राजविंदर कौर ने लड़की से पूछताछ की। इसके बाद यूनिवर्सिटी की गर्ल्स हॉस्टल मैनेजर रीतू को इसकी जानकारी दी। रीतू ने इन सबको लेकर आने को कहा।

वार्डन आरोपी छात्रा और शक जताने वाली लड़कियों को लेकर गर्ल्स हॉस्टल मैनेजर के पास पहुंचीं। वहां आरोपी छात्रा से पूछा गया तो उसने फोटो या वीडियो बनाने से इनकार कर दिया। मैनेजर ने दावा किया कि जब उसने आरोपी छात्रा का मोबाइल चेक किया तो उसमें से फोटो और वीडियो डिलीट किए हुए मिले। आरोपी छात्रा के मोबाइल पर लगातार कॉल और मैसेज आ रहे थे, जिसके बाद मैनेजर को उस पर शक हो गया। मैनेजर ने आरोपी छात्रा को कॉल उठाने को कहा और स्पीकर ऑन करवा लिया। मैनेजर ने छात्रा को कहा कि वह कॉल करने वाले लड़के को कहे कि उसके पास जो फोटो और वीडियो हैं, वह उसे भेजे। यह सुनकर लड़के ने उसे अश्लील वीडियो का स्क्रीनशॉट भेज दिया। मैनेजर ने सख्ती की तो आरोपी छात्रा ने सारी बातें कबूल कीं।

आरोपी छात्रा ने कहा कि यह वीडियो मैंने ही बनाया था। मेरा दोस्त सन्नी शिमला में रहता है। उसे ही यह वीडियो भेजा था। यह वीडियो और फोटो दूसरे मोबाइल पर कैसे पहुंच गई, इसके बारे में उसे पता नहीं है। पुष्टि होने के बाद मैनेजर ने इसके बारे में पुलिस को शिकायत कर दी।

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में हुई घटना के मामले में पंजाब पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह से जल्दबाजी वाली दिख रही है। एक तरफ FIR में गर्ल्स हॉस्टल मैनेजर कह रही है कि लड़की ने आरोप कबूल किया। आरोपी लड़के ने उसे अश्लील स्क्रीनशॉट भी भेजा। इसके बावजूद SSP विवेकशील सोनी का कहना है कि लड़की ने सिर्फ अपनी वीडियो बनाई थी। वही आगे भेजी थी। हालांकि वह यह जरूर दावा कर रहे हैं कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।

वीडियो वायरल होने के बाद यूनिवर्सिटी की लड़कियां गुस्से में हैं। छात्राओं का कहना है कि वे हॉस्टल में सुरक्षित नहीं महसूस कर रही हैं। उन्होंने हॉस्टल प्रशासन पर मामले को दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। छात्राओं ने कहा कि हॉस्टल प्रशासन ने पैसे देकर मीडिया और पुलिस को वापस भेज दिया। आरोपी लड़की सबके सामने अपनी गलती का कबूलनामा करने वाली थी, लेकिन प्रशासन ने यह भी नहीं होने दिया। वीडियो बनाने वाली छात्रा से हॉस्टल में लड़कियों ने ही पूछताछ की है। इसका भी एक वीडियो सामने आया है। आरोपी छात्रा का कहना है कि उसने ये वीडियो दबाव में बनाया, ज्यादा सवाल होने पर उसने अपने फोन में एक लड़के का फोटो दिखाकर उसे मास्टरमाइंड बताया।