पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जदयू ने अपने कील-कांटे दुरुस्त करने में जुट गई है। शुक्रवार को राष्ट्रीय टीम की जिम्मेदारी तय करने के बाद शनिवार को प्रदेश स्तर पर बड़ा एक्शन लिया गया है। पार्टी ने पहले प्रदेश स्तर की अपनी सभी कमेटियों को भंग किया। फिर एक घंटे के भीतर नए सिरे से संगठन भी बनाया दिया है।
पहले प्रदेश कार्यसमिति और पॉलिटिकल एडवाइजर कमेटी को मिलाकर इनकी संख्या 500 से ज्यादा थी। इसे घटाकर अब सिर्फ 115 कर दिया गया है। नई कमेटी में 10 उपाध्यक्ष, 49 महासचिव, 46 सचिव, 9 प्रवक्ता और एक कोषाध्यक्ष बनाए गए हैं। उमेश कुशवाहा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे।
उमेश कुशवाहा तीन साल के कार्यकाल में दो बार प्रदेश अध्यक्ष बने हैं। सबसे पहले 10 जनवरी 2021 को उन्हें जदयू के सीनियर लीडर वशिष्ठ नारायण सिंह की जगह पर पार्टी के प्रदेश की कमान दी गई थी। बढ़ती उम्र के कारण वशिष्ठ नारायण सिंह पार्टी को संभालने में असमर्थ थे तो उमेश कुशवाहा को आगे बढ़ाया गया था। इसके बाद 26 नवंबर 2022 को भी उन्हें कंटीन्यू किया गया। तब प्रदेश अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में केवल उमेश कुशवाहा ने ही नामांकन किया था।