मुंबई । महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे ने शनिवार को महाराष्ट्र की सरकार को मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को कहा। इसके साथ ही ठाकरे ने चेतावनी भी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो मस्जिदों के बाहर लाउडस्पीकर रखे जाएंगे और उसमें 'हनुमान चालीसा' बजाएंगे। राज ठाकरे ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा मैं प्रार्थना या किसी विशेष धर्म के खिलाफ नहीं हूं। 
आप अपने घर पर प्रार्थना कर सकते हैं, लेकिन सरकार को मस्जिदों पर लाउडस्पीकर हटाने को लेकर फैसला करना चाहिए। मैं चेतावनी देता हूं-लाउडस्पीकर हटाओ या हम मस्जिदों के बाहर लाउडस्पीकर रख देंगे और हनुमान चालीसा बजाएंगे। राज ठाकरे ने सांसदों और विधायकों को दी जाने वाली पेंशन को भी हटाने को कहा। इसके साथ ही राज ठाकरे ने मुंबई में विधायकों को घर देने की राज्य सरकार की घोषणा की भी आलोचना की। 
उन्होंने कहा अगर इन्हें घर दिया जाता है तो पहले इनके बंगले और फार्महाउस ले लिए जाने चाहिए। राज ठाकरे ने कहा विधायकों और सांसदों की पेंशन बंद होनी चाहिए। मकान देना है तो झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले गरीब लोगों को दे दो। विधायकों को मकान क्यों दें? अगर मकान देना ही है तो उनके फार्महाउस ले लो और फिर उन्हें घर दो। 
राज ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुंबई के मुस्लिम इलाकों में मस्जिदों पर छापे मारने की भी अपील की और कहा कि वहां रहने वाले लोग पाकिस्तान समर्थक हैं। राज ठाकरे ने कहा मैं पीएम मोदी से मुस्लिम झुग्गियों में मदरसों पर छापा मारने की अपील करता हूं। पाकिस्तानी समर्थक यहां रह रहे हैं। मुंबई पुलिस जानती है कि वहां क्या हो रहा है, हमारे विधायक वोट-बैंक के लिए उनका इस्तेमाल कर रहे हैं, ऐसे लोगों के पास आधार कार्ड भी नहीं है। 
मनसे प्रमुख ने रकांपा प्रमुख शरद पवार पर भी निशाना साधा और कहा कि वह 1999 में अपनी पार्टी के गठन के बाद महाराष्ट्र में जातिवादी राजनीति के उदय के लिए जिम्मेदार हैं। राज ठाकरे ने कहा कि एनसीपी 1999 में बनी और इसके बाद से राज्य में जातिवाद बढ़ा। इसके लिए शरद पवार पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।