सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के साथ डार्क स्पाट को खत्म करने के लिए पुलिस के सुझाव के बाद नोएडा प्राधिकरण ने तेजी से कार्य किया है। पुलिस द्वारा बताए गए 25 डार्क स्पॉट खत्म करने के लिए 200 स्थानों पर खंभे लगाने के साथ 350 लाइट लगाई गई हैं। जिससे यहां सड़क हादसों के साथ ही आपराधिक घटनाओं को कम किए जाने के साथ सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर किया जा सकेगा।

जल्द सीसीटीवी कैमरे भी लगेंगे

जल्द ही इन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे, जिससे यहां कमांड कंट्रोल रूम के जरिये निगरानी भी बढ़ाई जा सके। पुलिस की तरफ से शहर में विभिन्न स्थानों का सर्वे करने के बाद डार्क स्पॉट चिह्नित किए गए थे। इसके बाद प्राधिकरण अधिकारियों के साथ बैठक कर इन डार्क स्पॉट को खत्म करने पर चर्चा की थी। पूर्व में जिस तरह से इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत लगाए गए कैमरों के जरिये कई अपराधियों को पकड़ने में सफलता मिली है, उसी तरह से प्राधिकरण से इन डार्क स्पॉट को खत्म कर शहर की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के साथ सड़क हादसों को कम करने में सहयोग करने का अनुरोध किया गया था। प्राधिकरण के विद्युत एवं यांत्रिकी विभाग की तरफ से डार्क स्पॉट को अपने-अपने क्षेत्र में खत्म करने के लिए कार्य शुरू किया गया। इसके तहत खंड एक के दस डार्क स्पॉट में से नौ खत्म किए जा चुके हैं। एक डार्क स्पॉट डूब क्षेत्र में है, जहां प्राधिकरण विकास कार्य नहीं कराता है। खंड दो में 12 डार्क स्पॉट हैं। इनमें से दो को खत्म किया जा चुका है और दस को खत्म कर वहां स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य किया जाना है। खंड तीन के क्षेत्र के सभी डार्क स्पॉट पहले ही खत्म किए जा चुके हैं। खंड चार में तीन डार्क स्पॉट बताए गए थे, जिनमें से दो को खत्म किए जा चुका है और एक खत्म करने के लिए कार्य किया जा रहा है।

क्या होता है डार्क स्पॉट

डार्क स्पॉट उस स्थान को कहते हैं, जहां शाम होते ही अंधेरा हो जाता है और वहां प्रकाश की कोई व्यवस्था नहीं होती है। इनमें ऐसे स्थानों को शामिल किया जाता है, जहां लोगों के साथ वाहनों की आवाजाही तो रहती है, लेकिन वहां पथ प्रकाश की व्यवस्था नहीं होती है। इससे लोगों की सुरक्षा को खतरा बढ़ने के साथ आपराधिक गतिविधि होने के साथ दुर्घटनाओं का अंदेशा भी रहता है।