मुरादाबाद। यहां थोक फल मंडी बाजार समिति में फलों का कारोबार पिछले साल की तुलना में इस बार बहुत कम हो गया है। फलों के कारोबारी फल के गिरते दामों को लेकर काफी परेशान हैं। जो सेब की क्रेट 800 से 1000 रुपए तक की बिकती थी। वहीं क्रेट 400 से 500 में पहुंच गई है। इस तरह से सेब कारोबारियों को पहले के मुकाबले इस बार आधे रेट में ही फल बेचने पड़ रहे हैं। इस साल फलों में सबसे ज्यादा घाटा सेब के कारोबारियों को हुआ है। मुरादाबाद की मंडी समिति में सेव कारोबारियों को लाखों रुपए का घाटा हुआ है। जिससे सभी सेब कारोबारी परेशान हैं।
  मुरादाबाद फल मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद जिकरान ने बताया कि मेरे 25 साल के तजुर्बे में अब तक फल मंडी की ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी, जो इस बार है। व्यापारियों की बहुत बुरी स्थिति हो गई है। कश्मीर में सेब की ज्यादा पैदावार है। साथ ही वहां रेट भी कम है। वहां से सेव लाने में किराया ज्यादा लग रहा है।
  कश्मीर से जिस रेट में माल मुरादाबाद आकर पढ़ रहा है। उस से आधे रेट में ही माल की बिक्री की जा रही है। सेव के साथ-साथ अमरूद का सीजन भी अब शुरू हो गया है। अमरूद का सीजन शुरू होने से भी सेब पर भारी असर पड़ा है। मंडी के कई फल कारोबारी ऐसे भी हैं। जिन्हें 50 लाख रुपये से अधिक का नुकसान झेलना पड़ रहा है। फल कारोबारियों का कहना है कि जब से सरकार ने टैक्स खत्म किया है। हर जगह अवैध मंडी लगाई जा रही हैं। सभी जगह मंडी होने से मंडी समिति की स्थिति बहुत खराब है। मुरादाबाद में जगह-जगह अवैध मंडी लगाई जा रही हैं। जिनकी वजह से और ज्यादा घाटा आ रहा है। लोग बाहर से ही फल खरीद कर ले जाते हैं। मंडी तक नहीं आते हैं।