नई दिल्ली । इस सप्ताह वैश्विक बाजारों का रुख, मुद्रास्फीति, औद्योगिक उत्पादन के आंकडे और कंपनियों के तिमाही प‎रिणाम शेयर बाजारों की चाल तय करेंगे। बाजार के ‎विशेषज्ञों का मानना है कि सप्ताह के दौरान वैश्विक स्तर पर भी कई वृहद आर्थिक आंकड़े आने हैं जिसकी वजह से बाजारों में उतार-चढ़ाव कायम रह सकता है। इसके अलावा विदेशी कोषों का प्रवाह, कच्चे तेल के दाम और डॉलर के मुकाबले रुपए का उतार-चढ़ाव भी बाजार की चाल तय करेंगे। बाजार के जानकारों का कहना है ‎कि वैश्विक बाजारों का रुख, डॉलर इंडेक्स का उतार-चढ़ाव तथा कच्चे तेल के दाम बाजार को प्रभावित करते रहेंगे। इसके अलावा 11 मई को अमेरिका के मुद्रास्फीति के आंकड़े आने हैं, जबकि 12 मई को भारत के महंगाई और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े आने हैं। निश्चित रूप से बाजार की दृष्टि से ये आंकड़े महत्वपूर्ण रहेंगे। उन्होंने कहा कि बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के नतीजों की अब अंतिम खेप आना शेष है। इस वजह से कुछ शेयर विशेष गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। सप्ताह के दौरान एसबीआई, टाटा मोटर्स, एलएंडटी, यूपीएल, टेक महिंद्रा और सिप्ला जैसी बड़ी कंपनियां तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी। उनका कहना है ‎कि सबसे पहले बाजार रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजों पर प्रतिक्रिया देगा जिसकी घोषणा शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद हुई है। 
इसके अलावा रूस-यूक्रेन युद्ध और अन्य बाजारों का प्रदर्शन भी यहां असर डालेगा। वृहद आर्थिक मोर्चे पर 12 मई को औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े आएंगे। बाजार की निगाह इन आंकड़ों पर रहेगी। तेल रिफाइनिंग मार्जिन में जोरदार उछाल, दूरसंचार और डिजिटल सेवा क्षेत्र की सतत वृद्धि और खुदरा कारोबार के लगातार मजबूती से आगे बढ़ने के बीच रिलायंस के मुनाफे में बढ़ोतरी हुई है। इस सप्ताह बाजार दुनियाभर के महंगाई के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देगा। वृहद आर्थिक आंकड़ों, तिमाही नतीजों के अलावा सप्ताह के दौरान कई आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) भी खुलने जा रहे हैं। ऐसे में बाजार में अभी उतार-चढ़ाव कायम रहेगा। अमेरिका और चीन के मुद्रास्फीति के आंकड़ों से वैश्विक बाजारों का रुख तय होगा।